लखनऊ। उत्तर प्रदेश के संसदीय कार्य मंत्री सुरेश खन्ना ने समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव के विधानसभा सत्र बुलाए जाने के सवाल पर प्रतिक्रिया दी है। सुरेश खन्ना ने कहा कि मौजूदा समय में सोशल डिस्टेंसिंग ही कोरोना संक्रमण से बचाव का सही तरीका है। अखिलेश ने कहा था कि कोरोना संकट को लेकर जनता पूरी तरह से भयभीत है और प्रशासनिक अधिकारी भी बेहतर तालमेल के साथ काम नहीं कर रहे हैं। लिहाजा इस मामले को लेकर सरकार को विशेष सत्र बुलाना चाहिए।
उन्होंने कहा, अगर विधानसभा सत्र बुलाया जाता है तो इसका मतलब होगा लोगों का जमावड़ा। ऐसा करने से सोशल डिस्टेंसिंग के नियमों का उल्लंघन होगा। हम सोशल डिस्टेंसिंग बरकरार नहीं रख पाएंगे।
सुरेश खन्ना ने कहा कि हम नेताओं के लगातार संपर्क में हैं, मेरा मानना है कि सरकार ने सभी स्तरों पर सतर्कता और ईमानदारी दिखाई है। आवश्यकता पड़ने पर निर्णय लिए गए। जरूरतमंदों की मदद की जा रही है। गेहूं की फसल की कटाई की जा रही है। कोरोना का मुकाबला करने के लिए सरकार सभी प्रयास कर रही
Social distancing is being termed as the solution to the current issue. If Assembly session is called, it would mean gathering of people. This will affect social distancing. We won’t be able to maintain social distancing: UP Parliamentary Affairs Minister Suresh Khanna https://twitter.com/ANINewsUP/status/1256079734481367042 …
ANI UP✔@ANINewsUP
A special session of State Assembly must be called, to discuss the current social and economic situation arising in the state due to the outbreak of #COVID19 pandemic: Samajwadi Party chief Akhilesh Yadav. (File pic)
अखिलेश यादव ने की थी विशेष सत्र बुलाने की मांग
उत्तर प्रदेश के पूर्व सीएम और समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा है कि कोरोना वायरस के कारण उत्पन्न हुई समस्याओं के समाधान के लिए प्रदेश सरकार को तत्काल विधानसभा का विशेष सत्र बुलाना चाहिए। लॉकडाउन के कारण एक महीने से अधिक समय से जनता घरों में है। अस्पतालों में अन्य बीमारियों का इलाज नहीं हो पा रहा है। कोरोना इलाज के भय से जनता सहमी हुई है। कोरोना जांच किट की पर्याप्त उपलब्धता न होने के कारण मरीजों की सही संख्या पता नहीं चल पा रही है।
उत्तर प्रदेश के पूर्व सीएम और समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा है कि कोरोना वायरस के कारण उत्पन्न हुई समस्याओं के समाधान के लिए प्रदेश सरकार को तत्काल विधानसभा का विशेष सत्र बुलाना चाहिए। लॉकडाउन के कारण एक महीने से अधिक समय से जनता घरों में है। अस्पतालों में अन्य बीमारियों का इलाज नहीं हो पा रहा है। कोरोना इलाज के भय से जनता सहमी हुई है। कोरोना जांच किट की पर्याप्त उपलब्धता न होने के कारण मरीजों की सही संख्या पता नहीं चल पा रही है।