लखनऊ। लखनऊ में विधानभवन के तिलक हाल में मतदान जारी है। मतदान से पूर्व अखिलेश यादव राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार यशवंत सिन्हा को वोट डालने की बात कही वहीं मतदान करने के बाद सपा प्रमुख ने भाजपा पर जमकर हमला बोला।
राष्ट्रपति चुनाव में वोट डालने के बाद बाहर निकले अखिलेश यादव ने कहा कि राजद उम्मीदवार द्रौपदी मुर्मू को समर्थन देने के बारे में चाचा शिवपाल सिंह यादव की चिट्ठी भाजपा की साजिश का हिस्सा है। यह इससे साबित होता है कि पहले दोनों उप मुख्यमंत्रियों ने ट्वीट किया और उसके बाद चाचा का पत्र सामने आया।
यह दिल्ली से चिट्ठी पालिटिक्स की गई है। चाचा से चिट्ठी लिखवाई गई है। शिवपाल सिंह यादव और सपा के गठबंधन सहयोगी सुभासपा द्वारा राष्ट्रपति चुनाव में द्रौपदी मुर्मू को समर्थन देने के सवाल पर अखिलेश ने कहा कि जाने वालों को कोई रोक नहीं सकता।
कन्नौज और फैजाबाद में धार्मिक स्थलों पर मांस फेंके जाने की घटना का उल्लेख करते हुए उन्होंने कहा कि इन घटनाओं के पीछे भाजपा के प्रशिक्षित लोग हैं। 2024 के लोकसभा चुनाव के पहले प्रदेश में सांप्रदायिक माहौल बिगाड़ने की ऐसी तमाम कोशिशें भाजपा की ओर से की जाएंगी।
अखिलेश ने कहा कि समाजवादियों समाजवादियों के प्रति भाजपा की भाषा खराब रही है। सपा सेक्युलर पालिटिक्स करती है और भाजपा सेक्युलर पालिटिक्स का विरोध करती है।
इसी के साथ अखिलेश यादव ने ट्वीट कर बीजेपी सरकार पर भी हमला बोला। अखिलेश ने कहा कि, ‘आज से आटा, दही, पनीर से लेकर ब्लेड, शार्पनर, एलईडी, इलाज, सफर सब पर जीएसटी की जो मार आम जनता पर पड़ी है उससे दुखी होकर जीएसटी का एक नया भाव-अर्थ सामने आया है.. गयी सारी तनख्वाह।
सपा प्रमुख ने कहा कि बीजेपी धर्म के आधार पर नफरत फैलाती है, इसका उदाहरण कानपुर दंगा है। पुलिस प्रशासन अगर समय में निर्णय लेती और इनकी इंटेलिजेंस फेल नहीं होती तो इतना बड़ा दंगा न कानपुर, न प्रयागराज और न कहीं प्रदेश में होता है। अखिलेश ने ये भी कहा कि पुलिस जानबूझकर इसलिए कर रही है क्योंकि नामजद करने में पैसा वसूलने का काम हो रहा है।