हरियाणा में विधान सभा चुनाव खत्म हो गया है और मंगलवार को चुनावी नतीजे आ भी जायेगे लेकिन कांग्रेस और बीजेपी में रार खत्म होने का नाम ही नहीं ले रही है।
दरअसल दोनों ही दलों में सीएम पद की दावेदारी को लेकर बहस है। इतना ही नहीं दोनों ही पार्टी अपनी-अपनी जीत का दावा कर रही है तो दूसरी तरफ पार्टी के नेता सीएम पद की दावेदारी करने से भी पीछे नहीं है।
इस बीच हरियाणा विधान सभा चुनाव का एक्जिट पोल सामने आया है और कांग्रेस पार्टी वहां पर अपनी सरकार बना सकती है। कहा जा रहा है कि बीजेपी को बड़ी हार का सामना करना पड़ सकता है। ऐसे में हरियाणा का एक्जिट पोल देखकर कांग्रेस अभी से जश्न मनाने में जुट गई है।
वहीं बीजेपी के लिए ये निराशा भरा हो सकता है। पिछले दस सालों से सत्ता में रहने वाली बीजेपी को हरियाणा में हार का मुंह देखना पड़ सकता है।
इसके लिए बगावती नेताओं को जिम्मेदार माना जायेगा। एग्जिट पोल के नतीजों में लगभग सभी हरियाणा में कांग्रेस को जीत मिलती हुई नजर आ रही है जबकि जम्मू-कश्मीर में कांग्रेस-एनसी भी सत्ता के करीब पहुंच सकते हैं। ऐसे में अगर दोनों ही राज्यों में बीजेपी हारती है तो उसके महाराष्ट्र का चुनाव भी कड़ी चुनौती साबित हो सकता है।
ऐसे में कहा जा सकता है कि कांग्रेस युग फिर से आ रहा है। बीजेपी जो अक्सर कहती थी कि कांग्रेस मुक्त भारत बनाना है लेकिन ऐसा होता हुआ तो नहीं दिख रहा है।
लोकसभा चुनाव में बीजेपी को उम्मीद के मुताबिक सीटें नहीं मिली जबकि जो कांग्रेस कमजोर दिख रही थी वो करीब-करीब 100 सीटों पर जा पहुंची।
हरियाणा में बीजेपी का उभार बहुत पुराना नहीं है। 1982 से 2009 तक के विधानसभा चुनावों में केवल दो बार (1987 और 2005) ही ऐसा हुआ कि बीजेपी का वोट प्रतिशत दहाई अंक में पहुंच पाया था। 2014 में अचानक 33 पार पहुंच गया। मोदी लहर का उसको पहले फायदा मिला है लेकिन इस बार जनता का मुड अलग नजर आ रहा है। मंगलवार को पता चल जायेगा कौन सत्ता में आ रहा है।