लखनऊ। उत्तर प्रदेश कांग्रेस कमेटी ने कहा कि प्रदेश अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू की जमानत याचिका सेशन कोर्ट से खारिज कर दी गयी है। हमें न्यायपालिका में पूरा विश्वास है और प्रदेश अध्यक्ष को इंसाफ मिलेगा। उन्हें गैरकानूनी ढंग से जेल भेजने के खिलाफ पार्टी महाअभियान चलाएगी। हम गांव-गांव हर गरीब की झोपड़ी तक अपनी बात ले जाएंगे और लोगों की सेवा करेंगे।
कांग्रेस विधायक दल की नेता आराधना मिश्रा मोना ने मंगलवार को प्रेस वार्ता में कहा कि लाखों जरूरतमंदों तक भोजन और राशन पहुंचाने वाले मददगार अजय कुमार लल्लू का आखिर अपराध क्या है। यही कि उन्होंने जरूरतमंदों की मदद की। मजदूरों को राहत मिले इसलिए बसों का बंदोबस्त किया। सेवा कार्य से बौखलाई योगी सरकार ने महासचिव प्रियंका गांधी के निजी सचिव संदीप सिंह और कांग्रेस के 90 से अधिक नेताओं के ऊपर फर्जी मुकदमे दर्ज कराए हैं। फर्जी मुकदमे और जेल की सलाखें सेवाकार्य को रोक नहीं पाएगीं। हमारी पार्टी देश निर्माता श्रमिकों की सेवा के लिए प्रतिबद्ध है।
उन्होंने कहा कि हम एक जिम्मेदार विपक्ष की भूमिका निभा रहे हैं। लेकिन, योगी आदित्यनाथ की सरकार राजनीतिक द्वेष और गरीब विरोधी मानसिकता का परिचय दे रही है। कांग्रेस पार्टी अजय कुमार लल्लू को गैरकानूनी ढंग से जेल भेजने के खिलाफ महाअभियान चलाएगी। हम गांव-गांव, हर गरीब की झोपड़ी तक अपनी बात ले जाएंगे और लोगों की सेवा करेंगे।
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता, सदस्य विधान परिषद नसीमुद्दीन सिद्दीकी ने कहा कि अब तक पूरे प्रदेश में 90 लाख से अधिक लोगों तक कांग्रेस पार्टी ने राशन और भोजन पहुंचाया है। 10 लाख प्रवासी श्रमिकों की मदद की। 22 जिलों में साझी रसोईघर चलाया गया। 40 हाइवे स्टॉल्स लगाकर नाश्ता, खाना वितरित किया गया। यह सब प्रदेश अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू के नेतृत्व में हुआ।
उन्होंने कहा कि कांग्रेस की पंजाब सरकार ने 34 करोड़ रुपये श्रमिकों को टिकट के लिए दिया। 54 करोड़ महाराष्ट्र सरकार ने श्रमिकों को टिकट के लिए दिया। 5 करोड़ रुपये राजस्थान सरकार ने अकेले उत्तर प्रदेश के मजदूरों के टिकट के लिए खर्च किया। सोमवार को ही महासचिव प्रियंका गांधी ने 16,00 श्रमिकों को ट्रेन से गोरखपुर मुख्यमंत्री के क्षेत्र में भेजा है। प्रदेश उपाध्यक्ष वीरेंद्र चौधरी ने कहा कि गरीब-मजदूर विरोधी योगी आदित्यनाथ की सरकार नहीं चाहती कि श्रमिकों को राहत मिले।