नई दिल्ली। राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) नेता शरद पवार पार्टी अध्यक्ष शरद पवार के साथ बगावत कर कुछ विधायकों के साथ शिंदे सरकार में शामिल हो गए। अजित पवार ने रविवार को राजभवन में डिप्टी सीएम पद की शपथ ली। बागी विधायकों में छगन भुजबल और प्रफुल्ल पटेल भी हैं। उधर, अजित पवार की एंट्री से शिवसेना (एकनाथ शिंदे) में नाराजगी देखी जा रही है।
एकनाथ शिंदे गुट के नेता संजय शिरसत ने पार्टी नेताओं ने नाराजगी की पुष्टि की है। उन्होंने बुधवार को कहा, ‘राजनीति में जब हमारा प्रतिद्वंद्वी गिरोह हमारे साथ आना चाहता है, तो हमें उन्हें शामिल करना पड़ता है। भाजपा ने भी यही किया।’ उन्होंने आगे कहा,
एनसीपी के आने से हमारी पार्टी के कुछ नेता नाराज हैं, क्योंकि उनमें से कुछ नेताओं को वो जगह नहीं मिलेगी, जो वो चाहते हैं। यह सच नहीं है कि हमारे सभी नेता एनसीपी के हमारे साथ आने से खुश हैं। हमने सीएम और डिप्टी सीएम को सूचित कर दिया है और उन्हें इस मुद्दे को हल करना होगा।
संजय शिरसत ने आगे कहा कि हम हमेशा एनसीपी के खिलाफ थे और आज भी हैं हम शरद पवार के खिलाफ हैं। शरद पवार ने उद्धव ठाकरे को सीएम के रूप में इस्तेमाल किया था। जब उद्धव सीएम थे तो एनसीपी सरकार चलाती थी। एकनाथ शिंदे अब कार्रवाई को लेकर फैसला करेंगे।
उधर, डिप्टी सीएम अजित पवार ने पीएम नरेंद्र मोदी की जमकर प्रशंसा की है। पवार ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी जैसा कोई नेता नहीं है और उनका कोई विकल्प नहीं है। देश मोदी के नेतृत्व में आगे बढ़ रहा है। हम उनका समर्थन करने के लिए सरकार में शामिल हुए हैं।