नई दिल्ली। कांग्रेस कार्यसमिति (सीडब्ल्यूसी) की बैठक के बाद यह तय हो गया है कि पार्टी की कमान अभी करीब एक साल तक सोनिया गांधी के हाथ ही रहेगी। पार्टी ने अध्यक्ष पद के लिए अगले साल अगस्त-सितंबर में चुनाव कराने का फैसला किया है। कांग्रेस के संगठन महासिचव केसी वेणुगोपाल ने बताया कि पार्टी अध्यक्ष का चुनाव 21 अगस्त से 20 सितंबर के बीच होगा।
हालांकि, बैठक के दौरान लगभग सभी नेताओं ने राहुल गांधी को ही दोबारा अध्यक्ष बनाए जाने की मांग की। खुद राहुल गांधी ने भी इस विचार करने की बात कही है। ऐसे में यह तय माना जा रहा है कि 2019 लोकसभा चुनाव में करारी हार के बाद पद त्यागने वाले राहुल ही 2024 चुनाव में भी पार्टी की अगुआई करेंगे।
वहीं, पार्टी के महासचिव केसी वेणुगोपाल ने कहा कि हम पार्टी में ऊपर से लेकर नीचे तक सभी के लिए एक व्यापक प्रशिक्षण कार्यक्रम करने जा रहे हैं। जिसमें सभी स्तर के पार्टी कार्यकर्ताओं और नेताओं को पार्टी की विचारधारा और नीतियों की ट्रेनिंग दी जाएगी।
मीडियाकर्मियों से बात करते हुए कांग्रेस पार्टी के महासचिव केसी वेणुगोपाल ने कहा कि पार्टी नेताओं ने एकसुर में राहुल गांधी को दोबारा अध्यक्ष बनाने की मांग की है। राहुल गांधी ने भी कहा है कि वह इस पर विचार करेंगे।
वेणुगोपाल ने कहा कि पार्टी में सभी कार्यकर्ताओं और नेताओं के लिए एक व्यापक प्रशिक्षण शुरू किया जाएगा। सभी स्तरों पर कार्यकर्ताओं और नेताओं को पार्टी की विचारधाराओं, नीतियों, एक कांग्रेस कार्यकर्ता की अपेक्षाओं, जमीनी स्तर पर संदेश भेजने, वर्तमान सरकार की विफलता और प्रचार का मुकाबला करने में प्रशिक्षित किया जाएगा।
इसके अलावा केसी वेणुगोपाल ने कहा कि हमने बैठक में तीन प्रस्ताव पारित किए हैं। राजनीतिक स्थिति, मुद्रास्फीति और तीव्र कृषि संकट और भारत के किसानों पर हो रहे हमले पर हमारा स्टैंड साफ है। हम सरकार की नाकामियों को जनता के समक्ष लाते रहेंगे और आम लोगों के हितों की रक्षा के लिए सदैव तत्पर रहेंगे।
महंगाई के खिलाफ मोर्चा खोलेगी कांग्रेस
वेणुगोपाल ने कहा कि सीडब्ल्यूसी ने फैसला किया है कि कांग्रेस 14-29 नवंबर के बीच मूल्य वृद्धि पर देश भर में बड़ा जन आंदोलन करेगी। वहीं, इससे पहले सोनिया गांधी ने सीडब्ल्यूसी की बैठक में साफ किया कि मैं ही कांग्रेस की अध्यक्ष हूं और हर फैसले मैं ही लेती हूं।
बता दें कि पिछले कुछ दिनों से कांग्रेस पार्टी के अंदर अध्यक्ष को लेकर सवाल उठने लगे हैं। जी-23 के सदस्य कपिल सिब्बल ने पार्टी अध्यक्ष को लेकर सवाल किया था कि पार्टी के फैसले कौन ले रहा है, ये तो पता होना चाहिए।