नई दिल्ली। भारत और दक्षिण अफ्रीका के बीच पांच मैचों की टी-20 श्रृंखला 2-2 से बराबरी पर है और श्रृंखला का पांचवां और निर्णायक मुकाबला रविवार को बेंगलुरु के एम चिन्नास्वामी स्टेडियम में खेला जाएगा। भारतीय टीम इस जहां इस मुकाबले को जीतकर दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ घरेलू जमीन पर पहली टी-20 श्रृंखला जीतना चाहेगी, वहीं दक्षिण अफ्रीका भारत में अपने टी-20 श्रृंखला जीत के रिकॉर्ड को बनाए रखना चाहेगी।
ईशान किशन फाइनल मैच में भारत के लिए अहम खिलाड़ी होंगे। वह श्रृंखला में अब तक सबसे ज्यादा रन बनाने वाले खिलाड़ी हैं, जिन्होंने श्रृंखला में अपनी चार पारियों में 191 रन बनाए हैं, जिसमें दो अर्धशतक शामिल हैं। किशन के ऊपर भारत को अच्छी शुरुआत देने की जिम्मेदारी होगी, जबकि रुतुराज गायकवाड़ को भी निरंतरता ढूंढनी होगी और पावरप्ले में किशन को कंपनी देनी होगी।
श्रेयस अय्यर को अपने खेल को आगे बढ़ाना होगा और तेज गेंदबाजों के खिलाफ बेहतर बल्लेबाजी करनी होगी। पूरी सीरीज में यह उनकी कमजोरी रही है। कप्तान ऋषभ पंत भी अपनी टीम की खातिर और टी20 में अपने स्थान के लिए अच्छा स्कोर करने की उम्मीद करेंगे। उप-कप्तान हार्दिक पांड्या और दिनेश कार्तिक को भी अपनी लय बरकरार रखनी होगी।
पहले दो मैचों में गेंद से निराशाजनक प्रदर्शन के बाद भारतीय गेंदबाजों ने अगले दो मैचों में बेहतरीन वापसी की। बतौर तेज गेंदबाज हर्षल पटेल और भुवनेश्वर कुमार भारत के लिए बेहद अहम होंगे। पटेल श्रृंखला में सात विकेट लेने वाले प्रमुख गेंदबाज हैं, वहीं, कुमार छह विकेट के साथ दूसरे स्थान पर हैं। पावरप्ले/डेथ ओवरों में उनकी गेंदबाजी बेहद महत्वपूर्ण होगी। पिछले मैच में 18 रन देकर चार विकेट लेने वाले आवेश खान पर भी सभी की निगाहें होंगी।
स्पिनरों युजवेंद्र चहल और अक्षर पटेल को भी अच्छा प्रदर्शन करना होगा और क्विंटन डी कॉक, डेविड मिलर और रासी वैन डेर डूसन जैसे मजबूत प्रोटियाज बल्लेबाजी क्रम को चुनौती देनी होगी। उनके लिए यह महत्वपूर्ण होगा कि वे ज्यादा रन न दें और अपनी टीम को नियमित रूप से कुछ महत्वपूर्ण विकेट भी दिलाएं।
दूसरी ओर दक्षिण अफ्रीका की बल्लेबाजी पिछले दो मैचों में बुरी तरह से लड़खड़ा गई है। हालांकि, क्विंटन डी कॉक की टीम में वापसी के साथ, प्रोटियाज को निश्चित रूप से इस तरह के महत्वपूर्ण मैच के दौरान आत्मविश्वास मिलेगा। मिलर और वैन डेर डूसन को भी पहले मैच की तरह शानदार प्रदर्शन करना होगा। क्लासेन को भी खेलना होगा जैसा उन्होंने दूसरे टी20 में किया था।
इस श्रृंखला में प्रोटियाज गेंदबाजी चिंता का विषय रही है। उन्होंने पावरप्ले के दौरान या कभी-कभी पहले हाफ में भारत को शानदार शुरुआत दी और कुछ शुरुआती विकेट हासिल करने के बाद भी भारतीय बल्लेबाजों को अच्छा स्कोर बनाने से रोक नहीं सके। यह कुछ ऐसा है, जिस पर प्रोटियाज को काम करने की जरूरत है।
तेज गेंदबाज कगिसो रबाडा चोट के कारण बाहर हो गए हैं। उनकी गैरमौजूदगी में एनरिक नॉर्टजे को जिम्मेदारी उठानी होगी। स्पिनर तबरेज शम्सी और केशव महाराज दक्षिण अफ्रीका की गेंदबाजी की कमजोर कड़ी रहे हैं, जिनकी इकॉनमी दर क्रमश: 10.20 और 9.81 है। उन्हें अपनी स्पिन के साथ अच्छा योगदान देना होगा।
दोनों टीमें इस प्रकार हैं-
भारत : ऋषभ पंत (कप्तान और विकेटकीपर), रुतुराज गायकवाड़, ईशान किशन, दीपक हुड्डा, श्रेयस अय्यर, दिनेश कार्तिक, हार्दिक पांड्या, वेंकटेश अय्यर, युजवेंद्र चहल, अक्षर पटेल, रवि बिश्नोई, भुवनेश्वर कुमार, हर्षल पटेल, अवेश खान अर्शदीप सिंह और उमरान मलिक।
दक्षिण अफ्रीका: तेम्बा बावुमा (कप्तान), क्विंटन डी कॉक (विकेटकीपर), रीज़ा हेंड्रिक्स, हेनरिक क्लासेन, केशव महाराज, डेविड मिलर, लुंगी एनगिडी, एनरिक नॉर्टजे, वेन पार्नेल, ड्वेन प्रिटोरियस, कैगिसो रबाडा, तबरेज़ शम्सी, ट्रिस्टन स्टब्स, रस्सी वैन डेर डूसन और मार्को जेनसन।