अमिताभ बच्चन ने अपने पिता हरिवंश राय बच्चन को अक्सर याद करते हैं और एक बार फिर उन्होंने अपने पिता को याद कर उनकी कविता को सोशल मीडिया पर साझा किया और यह कविता आज के समय के लिए प्रासंगिक है। कविता का शीर्षक ‘अंधेरे का दीपक’ है। लॉकडाउन के बीच अमिताभ बच्चन अपना पूरा समय घर पर बिता रहे हैं।
अमिताभ बच्चन के सोशल मीडिया पर लाखों प्रशंसक हैं और दिग्गज अभिनेता सोशल मीडिया पर काफी सक्रिय हैं। अमिताभ बच्चन ने ट्विटर पर अपने दिवंगत पिता और प्रसिद्ध कवि हरिवंश राय बच्चन की कविता ‘अंधेरे का दीपक’ को साझा किया। बिग बी ने इस कविता को शेयर कर इसका अंग्रेजी अनुवाद भी लिखा है।
कविता उम्मीद की उस किरण के बारे में बात करती है जो मुश्किल हालातों में भी हमारे पास होती है, लेकिन हम उस पर ध्यान नहीं देते। बस कई बार हम उसे नकारात्मकता के अंधेरे में देखने की कोशिश नहीं करते। कविता ‘अंधेरे का दीपक’ का एक पैरा ‘अंधेरी रात पर दीवा जलाना कब मना है?
कल्पना के हाथ से कमनीय जो मंदिर बना था, भावना के हाथ ने जिसमें वितानों को तना था, स्वप्न ने अपने करों से था जिसे रुचि से संवारा स्वर्ग के दुष्प्राप्य रंगों से, रसों से जो सना था, ढह गया वह तो जुटाकर ईंट, पत्थर, कंकड़ों को एक अपनी शांति की कुटिया बनाना कब मना है?’ शेयर किया है।
वर्कफ्रंट की बात करें तो अमिताभ बच्चन जल्द ही शूजित सरकार की फिल्म ‘गुलाबो सिताबो’ में नजर आएंगे। इस फिल्म में उनके साथ आयुष्मान खुराना भी अहम किरदार में दिखाई देंगे।
‘गुलाबो सिताबो’ 12 जून को अमेजन प्राइम पर रिलीज होगी। इसके अलावा बिग बी अयान मुखर्जी की फिल्म ‘ब्रह्मास्त्र’ में नजर आएंगे। इस फिल्म में उनके साथ रणबीर कपूर, आलिया भट्ट और डिंपल कपाड़िया भी मुख्य भूमिका में होंगे। अमिताभ बच्चन निर्देशक नागराज मंजुले की फिल्म ‘झुंड’ में भी दिखाई देंगे। इसके अलावा अमिताभ बच्चन इमरान हाशमी के साथ फिल्म ‘चेहरे’ में भी नजर आएंगे।