नई दिल्ली। उत्तराखंड, कर्नाटक और फिर गुजरात में सीएम बदलकर बीजेपी ने अपने नेताओं को यह स्पष्ट संदेश दे दिया है कि अगर वे नॉन परफॉर्मर रहे तो उन्हें जाना पड़ेगा। मध्य प्रदेश में शिवराज सिंह चौहान बीजेपी के सबसे बड़े नेता हैं और लगभग दो दशक से सीएम का पद संभाल रहे हैं। हालांकि, ताजा घटनाक्रम ने शिवराज सिंह चौहान की भी नींद उड़ा रखी है।
उसपर से हाल ही में गृह मंत्री अमित शाह ने शिवराज की मौजूदगी में बीजेपी सांसद राकेश सिंह की तारीफ कर के मुख्यमंत्री के ऊपर दबाव और बढ़ा दिया है। इसके बाद से ही शिवराज सिंह चौहान अपनी छवि चमकाने में लग गए हैं और इसके लिए वह हर दिन मैराथन बैठकें कर रहे हैं।
दरअसल, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह शनिवार को मध्य प्रदेश के जबलपुर में गोंडवाना साम्राज्य के अमर शहीद शंकर शाह और रघुनाथ शाह के बलिदान दिवस पर आयोजित कार्यक्रम में शामिल हुए। इस कार्यक्रम के दौरान शाह ने पूर्व बीजेपी चीफ और सांसद राकेश सिंह की तारीफ की। खबरों के मुताबिक, शाह के दौरे के बाद से शिवराज ने गवर्नेंस को फोकस में रखते हुए कई बैठके की हैं।
शिवराज अपने राज्य के अधिकारियों को लगातार यह याद दिला रहे हैं मध्य प्रदेश ‘गुड गवर्नेंस’ के मॉडल के तौर पर स्थापित हो। अमित शाह 18 सितंबर को जबलपुर पहुंचे थे। इसके एक दिन बाद ही शिवराज सिंह चौहान ने राज्यपाल मंगुभाई पटेल से मुलाकात की। इस मुलाकात को कांग्रेस नेताओं ने ‘असामान्य’ तक बता दिया। हालांकि, मुख्यमंत्री ने कहा कि यह बैठक राज्य में विकास संबंधी योजनाओं पर चर्चा के लिए की गई थी।
इसके बाद सोमवार को शिवराज ने भारतीय पुलिस सेवा और भारतीय प्रशासनिक सेवा के अधिकारियों संग मुलाकात की। यहां शिवराज ने कहा, ‘मैं अधिकारियों को उनके काम के आधार पर आकूंगा। हमें भ्रष्टाचार के खिलाफ जीरो टॉलरेंस नीति अपनानी होगी। राज्य को गुड गवर्नेंस का मॉडल बनाना चाहिए और अपनी ड्यूटी न निभा पाने वाले हर अधिकारी को सजा दी जाएगी।’ शिवराज सिंह चौहान ने अधिकारियों से माफियाओं के खिलाफ भी सख्त कार्रवाई करने को कहा।
बलिदान दिवस के मौके पर आयोजित कार्यक्रम के दौरान शाह ने इसके आयोजक सिंह की तारीफ करते हुए कहा, ‘जिनके निमंत्रण पर मैं यहां आया हूं और जो सही मायने में नेतृत्व कर रहे हैं, हमारे राकेश सिंह जी।’ इस कार्यक्रम में सीएम शिवराज भी मौजूद थे।
शाह ने यह बयान दो अलग-अलग कार्यक्रमों में दिया, जिससे यह साफ था कि वह जबलपुर में सांसद राकेश सिंह के न्योते पर ही पहुंचे थे।