फर्रुखाबाद। अमेठी के कांग्रेस एमएलसी दीपक सिंह के बयान को लेकर अखिल भारतीय क्षत्रिय महासभा ने आज कड़ा विरोध जताया है। कहा कि क्षत्रिय समाज हमेशा समर्थ रहा है। हमने इतिहास रचा है और आज भी देश के सच्चे रखवाले के रूप में हर मोड़ पर तटस्थ हैं।
बढ़पुर स्थित राजपूताना पैलेस में पत्रकारों के रूबरू ठाकुर वीरेन्द्र सिंह ने एमएलसी के उस बयान की निंदा की जिसमें उन्होंने महाराणा प्रताप पर टिप्पणी की थी। श्री राठौर ने कहा कि क्षत्रिय समाज ने कोरोना काल में 3 लाख 25 हजार की पीएम केयर्स में मदद की। गरीबों को लगातार भोजन कराया। हम देश के स्वर्णिम इतिहास में दर्ज थे और आगे भी रहेंगे। इस दौरान राकेश सिंह राठौर, जिलाध्यक्ष जितेन्द्र सिंह आदि लोगो ने भी नाराजगी व्यक्त की।
कहा कि कांग्रेस एमएलसी क्षत्रिय समाज पर टिप्पणी करने से बाज आयें। पार्टी के जिलाध्यक्ष जितेंद्र सिंह ने कहा कि हमने सदा त्याग और बलिदान की राजनीति की है। हमारे पूर्वजों का इतिहास उठाकर देख लिया जाए। जिस दिन भगवान राम को राज्याभिषेक होना था उसके एक दिन पहले मंत्री ने भगवान राम को बुलाया और कहा कि महाराज दशरथ उनसे मिलना चाहते हैं। राम लक्ष्मण जब राजमहल में पहुंचे तो देखा कि राज दरबार में पूरी तरह अंधेरा था और राजा दशरथ वहां बैठे हुए थे।
राजा दशरथ ने भगवान राम से कहा कि उन्हें राजतिलक नहीं होगा। वह अपनी पत्नी सीता को लेकर बन चले जाएं। भगवान राम ने अपने पिता के इस वचन को स्वीकार कर लिया। वन जाने के लिए तैयार हो गए। इस दौरान भगवान राम की मां ने उन्हें बुलाया और कहा कि क्या कहा पिता ने तो भगवान राम ने दो टूक लहजे में कहा पिता दीन्ह मोहे कानन राजू।
जिलाध्यक्ष जितेंद्र सिंह ने कहा कि आज के समय में जरा जरा सी बात पर लोग आत्महत्या कर लेते हैं और भगवान राम का आदर्श देखिए उन्होंने राजा ना बनने पर जी अपने पिता की बात को स्वीकार किया। हम सब उन्हीं के वंशज हैं। हमें राजपाट नहीं चाहिए। हमें लोगों की छतरी बनकर रक्षा करनी है। जो करते आए हैं और करते रहेंगे।