अमेरिका बोला- एएलसी पर चीनी सेना की तैनाती अंतराष्ट्रीय नियमों का उल्लंघन

वाशिंगटन। अमेरिका के रक्षा मंत्री मार्क एस्पर ने चीन को लेकर एक बार फिर सख्त बयान दिया। एस्पर ने बुधवार को कहा- महामारी के दौरान चीन की गरम मिजाजी कुछ ज्यादा ही बढ़ गई है। उसने भारत से सटी लाइन ऑफ एक्चुअल कंट्रोल (एलएसी) पर अपनी फौज तैनात कर दी। पिछले सात महीनों में उसने जो भी किया है, उससे लगता है कि वह अंतरराष्ट्रीय कानून और नियमों को नहीं मानता।

एस्पर ने कहा- चीन महामारी का इस्तेमाल प्रोपगेंडा फैलाने में कर रहा है। वो हद से बाहर निकल चुका है। दक्षिण चीन सागर में भी अपनी दादागिरी दिखाने की कोशिश कर रहा है।

‘अमेरिका के साथी देशों ने चीन को सही जवाब दिया’
लद्दाख में हुए भारत-चीन विवाद पर एस्पर ने कहा- चीन ने एलएसी के पर सैनिकों की तादाद बढ़ा दी है। ये बर्ताव अंतरराष्ट्रीय नियमों के हिसाब से सही नहीं है। हालांकि, अमेरिका के कई साथी देशों ने उसे सही जवाब दिया है। ऑस्ट्रेलिया और ब्रिटेन ने चीन की कंपनी हुवेई को बैन कर दिया। भारत ने कई चीनी ऐप को बैन कर दिया।

दक्षिण चीन सागर में भी हरकत

एस्पर ने कहा – चीन दक्षिण चीन सागर के करीब-करीब पूरे इलाके को अपना बता रहा है। उसने 10.3 लाख स्क्वायर मील के इलाके पर दावेदारी की है। यहां ब्रुनेई, मलेशिया, फिलीपींस, ताइवान और वियतनाम जैसे देशों के आईलैंड्स पर मिलिट्री बेस बना रहा है। उसका दावा है कि यह समुद्री इलाके सैैकड़ों साल से चीन का हिस्सा हैं। उसने वियतनाम और फिलीपींस जैसे देशों के खनिज खोजने के कामों में भी रुकावट डाली। पिछले महीने वियतनाम की एक मछली पकड़ने वाली बोट को डुबा दिया था।

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