न्यूयॉर्क। फेसबुक ने अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प की ओर से जारी किए गए 10 से ज्यादा विज्ञापनों को अपने प्लेटफॉर्म से हटा दिया है। ये वीडियो नवंबर में होने वाले राष्ट्रपति चुनाव के लिए जारी किए गए थे। फेसबुक के प्रवक्ता एंडी स्टोन ने गुरुवार को कहा कि ये विज्ञापन सामूहिक नफरत रोकने की हमारी नीतियों के खिलाफ थे। इनमें कुछ ऐसे निशान थे जो जर्मनी के नाजी शासक इस्तेमाल करते थे। यह वीडियो टीम ट्रम्प और उप राष्ट्रपति माइक पेंस के फेसबुक पेज से शेयर हुए थे। हटाने से पहले लाखों बार इसे देखा जा चुका था।
विज्ञापन में लाल रंग के एक त्रिकोण के इस्तेमाल पर आपत्ति दर्ज कराई गई। एंटी डीफेमेशन लीग ने कहा है कि यह नाजी शासन से जुड़ा हुआ है। नाजी कंसेंट्रेशन सेंटर में बंद राजनीतिक कैदियों के लिए यह निशान इस्तेमाल किया जाता था।
वीडियो में एंटिफा ग्रुप की आलोचना की गई थी
ट्रम्प के चुनाव कैंपेन ने इस विज्ञापन में लेफ्ट ग्रुप एंटिफा की आलोचना की थी। ट्रम्प समर्थक इस अमेरिकी ग्रुप को घरेलू आतंकी संगठन घोषित करने की मांग कर रहे हैं। पिछले महीने अमेरिका के कई राज्यों में लॉकडाउन हटाने के विरोध में हुए प्रदर्शन में इस ग्रुप के सदस्य शामिल हुए थे। इनमें से कुछ हथियारों के साथ पहुंचे थे। इसके बाद से ही ट्रम्प प्रशासन एंटिफा ग्रुप से नाराज है। यह ग्रुप मुख्य रूप से मानवाधिकार से जुड़े मुद्दे उठाते हैं।
विवाद बढ़ने पर ट्रम्प कैंपेन की सफाई
फेसबुक से विज्ञापन हटाने और लाल निशान पर विवाद बढ़ने पर ट्रम्प के लिए चुनाव प्रचार करने वालों सफाई दी है। ट्रम्प समर्थकों ने कहा है कि इस निशान का इस्तेमाल एंटिफा ग्रुप के लोग करते हैं। ट्रम्प कैंपेन के डायरेक्टर टिम मुरटॉग ने कई ऐसे वेब लिंक भी साझा किए जिनमें इस तरह के निशान वाले सामान बेचे जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि फेसबुक भी अपनी इमोजी में इसी तरह के लाल रंग वाले निशान का इस्तेमाल करती है। इससे जाहिर होता है कि कंपनी ने सिर्फ हमारे विज्ञापनों को निशाना बनाया है।
प्रचार वाले विज्ञापन में लिखा- लेफ्ट ग्रुप्स अशांति फैला रहे
‘‘लेफ्ट ग्रुप्स की खतरनाक भीड़ हमारी सड़कों पर दौड़ रही है। वे अशांति फैला रहे हैं। वे दंगे कर रहे हैं और हमारे शहरों को तबाह कर रहे हैं- यह पूरी तरह से पागलपन है। इस समय यह अहम है कि सारे अमेरिकी एक साथ आएं और उन्हें संदेश दें कि हम अब उनकी ऐसी उकसावे की हरकतों को बर्दाश्त नहीं करेंगे। हम आपसे अपील करते हैं कि आप इस पर अपना स्टेटमेंट दें और अपना नाम इस सर्वे में शामिल कराएं।