अयोध्या में धन्नीपुर मस्जिद: IICF सदस्यों ने पौधरोपण कर किया सांकेतिक शिलान्यास

अयोध्या। आज देश 72वां गणतंत्र दिवस मना रहा है। इस खास मौके पर अयोध्या में बनने वाली मस्जिद का सांकेतिक शिलान्यास किया गया। इंडो इस्लामिक कल्चरल फाउंडेशन (IICF) के अध्यक्ष जुफर फारूकी व विशेष आमंत्रित ट्रस्ट के 6 सदस्यों ने एक-एक पौधे का रोपण किया। इससे पहले ध्वजारोहण किया गया। मदरसा के बच्चों ने राष्ट्रगान गाया।

बता दें कि राम जन्मभूमि से 25 किलोमीटर दूर राष्ट्रीय राजमार्ग-28 पर सोहावल तहसील के धन्नीपुर गांव में 5 एकड़ जमीन पर मस्जिद के अलावा अस्पताल, कम्युनिटी किचन, रिसर्च सेंटर बनाए जाएंगे। सॉइल टेस्टिंग के लिए नमूना लिया गया है। इसकी रिपोर्ट आने के बाद निर्माण कार्य शुरू होगा। रिसर्च सेंटर का नाम अयोध्या के रहने वाले 1857 स्वतंत्रता संग्राम सेनानी अहमदुल्लाह शाह के नाम समर्पित किया जा सकता है। इस पर ट्रस्ट विचार कर रहा है।

बेहद सादगी के साथ मनाया गया कार्यक्रम

इस कार्यक्रम को ट्रस्ट ने बेहद सादगी के साथ मनाया। कोई नामचीन या राजनीतिक व्यक्ति कार्यक्रम में शामिल नहीं हुआ। ट्रस्ट के सदस्यों के अलावा इकरामुल्लाह सीएफओ, लखनऊ के तेली वली मस्जिद के सह मुतावली मौलाना वसीफुर रहमान डॉ सैफुद्दीन समन्वयक संचार, मुंबई से शोएब अहमद फिलैंथ्रॉफिस्ट, लखनऊ से रोहित श्रीवास्तव और शाजिया फख्र के साथ लखनऊ और अयोध्या के करीब 100 लोगों का जमावड़ा रहा। रौनाही और धन्नीपुर गांव के प्रधानों को भी बुलाया गया था।

पौधरोपण करते ट्रस्ट अध्यक्ष जुफर फारूकी।
पौधरोपण करते ट्रस्ट अध्यक्ष जुफर फारूकी।

अयोध्या मस्जिद का नाम धन्नीपुर मस्जिद ही रहेगा
IICF के सचिव अतहर हुसैन ने मंगलवार को एक बार फिर दोहराया कि 5 एकड़ जमीन पर प्रस्तावित मस्जिद का नाम धन्नीपुर मस्जिद ही रहेगा। मस्जिद के नाम में कोई परिवर्तन नहीं किया जा रहा है। मस्जिद कैंपस में बनने वाले इंडो इस्लामिक कल्चरल रिसर्च सेंटर का नाम 1857 स्वतंत्रता संग्राम सेनानी शहीद अहमदुल्लाह शाह के नाम पर करने के लिए यहां के कई लोगों ने सुझाव दिए हैं। जिस पर मस्जिद ट्रस्ट की बैठक में विचार हो सकता है।

बताया कि मस्जिद काम्प्लेक्स के निर्माण को 1857 के देशभक्ति के कल्चर पर फोकस किया जा रहा है। ऐसे में स्वतंत्रता सेनानी अहमदुल्ला की यादगार में कल्चरल सेंटर का नाम रखा जा सकता है। कल्चरल सेंटर में लाइब्रेरी रिसर्च सेंटर व म्युजियम का निर्माण होना है। बता दें कि अहमदुल्लाह शाह को मौलवी फैजाबादी के नाम से लोग जानते हैं। जिन्होंने ब्रिटिश सेना के खिलाफ विद्रोह का बिगुल बजाया था।

मस्जिद का प्रस्तावित मॉडल।
मस्जिद का प्रस्तावित मॉडल।

मस्जिद स्थल पर सॉइल टेस्टिंग का काम शुरू

सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर आवंटित 5 एकड़ परिसर में बनने जा रही अयोध्या की धन्नीपुर मस्जिद की सॉइल टेस्टिंग का काम शुरू हो गया है। यूं एंड आई कंपनी की 5 सदस्यीय तकनीकी टीम मस्जिद के भवन स्थल के अलावा बाउंड्री वाल व कालम स्पेसिंग पर सबसे ज्यादा लोड वाले पिलर स्थल की जमीन का सैंपल ले रही है।

कंपनी के प्रोपराइटर गौहर हुसैन ने बताया कि तीनों पॉइंट पर 2 इंच के बोर में 20 मीटर गहराई में बोरिंग कर मिट्टी के सैंपल एकत्र किया गया। जिसे लैब में टेस्टिंग के लिए लाया जाएगा। जहां इस पर लोड क्षमता व अन्य तकनीकी बिदुओं पर परीक्षण कर रिपोर्ट मस्जिद ट्रस्ट को सौंप दी जाएगी।

सॉइल टेस्टिंग के लिए नमूना लेते कर्मी।
सॉइल टेस्टिंग के लिए नमूना लेते कर्मी।

गौहर के मुताबिक यह सॉइल टेस्टिंग पहले चरण की है। जबकि अगले चरण में 20-20 मीटर की दूरी पर करीब 10 स्थलों पर एक व डेढ़ मीटर की गहराई से मिट्टी के सैंपल लिए जाएंगे। लेकिन यह कार्य मस्जिद परिसर के प्राजेक्ट्स का नक्शा अप्रूव होने के साथ सारी सरकारी औपचारिकताएं पूरी होने के बाद होगा।

उन्होंने बताया कि मस्जिद प्राजेक्ट की आर्किटेक्ट डिजाइन के अनुसार ही स्पॉट तय करके सॉइल टेस्टिंग का काम शुरू किया गया है। सोमवार को दो स्पॉट की 20 मीटर खुदाई करके जमीन के सैंपल लिए गए। जबकि एक अन्य स्थल पर मंगलवार को बोरिंग की जाएगी। दो दिनों में तीनों स्पाट की सॉइल टेस्टिंग का काम पूरा कर लिया जाएगा।

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