एटा। गुजरात के अहमदाबाद से वहां फंसे 12 सौ श्रमिकों को लेकर आनेवाली विशेष ट्रेन रविवार को एटा स्टेशन पहुंची। इस विशेष ट्रेन में 186 श्रमिकों सहित 582 श्रमिक एटा के आसपास के जिलों के थे। जिला प्रशासन ने एटा स्टेशन पर इन श्रमिकों के स्वास्थ्य परीक्षण व भोजन आदि के लिए विशेष इंतजाम किये। साथ ही इन्हें इनके गंतव्य तक पहुंचाने के लिए 50 से अधिक बसों की व्यवस्था की गयी थी।
एटा के जिलाधिकारी सुखलाल भारती, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक सुनीलकुमार सिंह सहित सभी एडीएम, एसडीएम, एएसपी, सीओ स्टेशन पर स्वयं मौजूद रहे तथा जिले के विभिन्न अधिकारीगण व पुलिसकर्मी इन श्रमिकों की व्यवस्था में लगाए गये थे। वहीं सीएमओ डा. अजय अग्रवाल के नेतृत्व में स्वास्थ्यकर्मियों की आधा दर्जन टीमें इन श्रमिकों के स्वास्थ्य परीक्षण हेतु लगाई गयीं।
अहमदाबाद के समीप के चिरगाव जंकशन से शनिवार देर शाम 7.30 बजे चली इस विशेष टेªन को यूं तो सुबह 9.15 बजे एटा पहुंचना था किन्तु यह दोपहर करीब 11.46 बजे एटा स्टेशन पहुंची। ट्रेन के पहुंचते ही प्रशासन ने पहले एटा आनेवाले 186 श्रमिकों को उतारा। इनका फूलमालाओं से स्वागत करने के लिए जिलाधिकारी, एसएसपी, सीएमओ के साथ एटा के भाजपा विधायक विपिन वर्मा डेविड अपने कार्यकर्ताओं के साथ मौजूद थे। इन्हें विसंक्रमित करने के बाद इनकी थर्मल स्क्रीनिंग से स्वास्थ्य जांच की गयी। इसके बाद इन्हें मास्क, भोजन व पानी के पैकेट्स दे इन्हें इनके लिए निर्धारित बसों में बिठाया गया। इसके बाद फरूखाबाद व हरदोई के यात्री उतारे गये। समाचार लिखे जाने तक इन श्रमिकों की स्वास्थ्य जांच का कार्य जारी था।
जिलाधिकारी सुखलाल भारती ने बताया है कि जिला प्रशासन द्वारा सभी यात्रियों को उनके गंतव्य तक पहुंचाने के लिए 50 से अधिक रोडवेज की बसें लगाई हैं जो 46 जनपदों के यात्रियों को उनके गंतव्य तक पहुंचाएगीं। प्रदेश सरकार के निर्देश पर एटा रोडवेज द्वारा यह व्यवस्था निःशुल्क की जा रही है।
इस विशेष ट्रेन में एटा के 186, फरूखाबाद के 176, हरदोई के 2, बलिया के 79, आजमगढ़ के 36, जौनपुर के 35, मऊ के 18, गाजीपुर के 9, समस्तीपुर (बिहार) के 2, प्रयाग के 72, प्रतापगढ़ के 32, बनारस के 23, मिर्जापुर के 6, सोनभद्र के 2, भदोई के 1, गोरखपुर के 45, देवरिया के 23, महाराजगंज के 9, कुशीनगर के 9, संतकबीरनगर के 5, गौंडा के 3, बस्ती के 1, बदायूं के 64, कासगंज के 20, बरेली के 3, रामपुर के 2, अयोध्या के 30, बाराबंकी के 19, रायबरेली के 14, अमेठी के 7, सुल्तानगंज के 7, बहराइच के 2, अलीगढ़ के 39, गाजियाबाद के 1, हापुड़ के 1, आगरा के 33, मथुरा के 17, फिरोजाबाद के 4, हाथरस के 1, जालौन के 16, मैनपुरी के 13, इटावा के 6, औरैया के 2, ललितपुर के 22, हमीरपुर के 4, महोबा के 4, शिवपुरी (मध्यप्रदेश) के 3, बांदा के 2, झांसी के 1, रीवा (मध्यप्रदेश) के 1, शाहजहांपुर के 10, बिजनौर के 9, अमरोहा के 9, मुरादाबाद के 4, मुजफ्फरनगर के 4, कानपुर के 19, लखीमपुर के 6, कन्नौज के 3, लखनऊ के 3, उन्नाव के 2, सीतापुर के 1 श्रमिक आये हैं।
रेलवे का 500 का टिकट 600 में लेकर आये हैं श्रमिक
भारत सरकार व रेलवे के श्रमिकों को निःशुल्क यात्रा कराने तथा कियाए का 80 प्रतिशत केन्द्र सरकार द्वारा, जबकि 20 प्रतिशत राज्य सरकारों द्वारा अदा किये जाने के दावों के विपरीत विशेष ट्रेन से आये श्रमिकों से रेलवे ने चिरगाव जंकशन से एटा तक का 500-500 रूपया किराया बसूला है। बलिया निवासी चंदनकुमार पांडे की मानें तो यह टिकट भी उन्हें 500 के स्थान पर 600 का दिया गया है। चंदन बताते हैं कि उनसे स्टेशन पर तो कुछ नहीं लिया गया। किन्तु बिटलापुर में जिस स्कूल में ठहरे थे, वहां यह टिकट 500 की जगह 600रू प्रति यात्री बसूलकर दिये गये।
एटा के लिए ऐतिहासिक अवसर भी था यह
भले ही किसी कारण से हो, लम्बी दूरी की विशेष ट्रेन का आना एटा रेलवे स्टेशन के लिए भी इस अर्थ में ऐतिहासिक अवसर था कि एटा स्टेशन बनने के बाद पहली बार कोई लम्बी दूरी की रेल एटा रेलवे स्टेशन पर आई। जिले के जनप्रतिनिधियों व रेल आंदोलन के नेताओं ने इस पर खुशी व्यक्त करते हुए सरकार से निवेदन किया कि यह नियमित किया जाय।