लखनऊ। उत्तर प्रदेश में अभी सोमवार के अलावा दो दिन तक और तेज आंधी व बारिश के साथ ओले पड़ने के आसार हैं। रविवार को दिन भर आंधी-पानी और आकाशीय बिजली का कहर छाया रहा। इस प्राकृतिक आपदा ने राज्य के विभिन्न क्षेत्रों से कम से कम 40 लोगों की जान ले ली। धूल भरी आंधी से कानपुर, मुरादाबाद और कासगंज समेत कुछ जिलों में दिन में ही अंधेरा छा गया था। तेज आंधी से कई जिलों की विद्युत आपूर्ति भी बाधित रही। बेमौसम आंधी-पानी से किसानों के चेहरे मुरझा गए हैं। सबसे अधिक नुकसान आम की फसल का हुआ है।
आंचलिक मौसम विज्ञान केंद्र के अनुसार देश के उत्तरी भाग में सक्रिय हुए पश्चिमी विक्षोभ के कारण उप्र समेत कई राज्यों में अभी तीन दिन तक तेज धूल भरी आंधी और बारिश की संभावना है। मौसम निदेशक जेपी गुप्त ने बताया कि अगले दो दिन पूरे उत्तर प्रदेश में तेज आंधी और गरज-चमक के साथ बारिश हो सकती है। तीसरे दिन पश्चिमी उप्र में बारिश के आसार हैं। प्रदेश में पिछले एक पखवारे से मौसम का मिजाज रह-रहकर बदल रहा है। इससे आम की फसल को काफी नुकसान हो रहा है।
विभिन्न जिलों से मिली खबरों के मुताबिक रविवार को दिन में मौसम का बदला मिजाज सबसे पहले पश्चिमी उप्र में देखने को मिला। दिल्ली से सटे नोएडा, गाजियाबाद, हापुड़, मेरठ, सहारनपुर और शामली समेत कई जिलों में दोपहर 12 बजे अचानक तेज और धूलभरी आंधी चलने लगी। इसके बाद बारिश भी हुई। आंधी के चलते इन जिलों में बिजली आपूर्ति बाधित हो गई। मुरादाबाद और आसपास के जिलों में तो तेज आंधी और काले बादलों के चलते दिन में ही रात जैसा अंधेरा छा गया।
दोपहर बाद आंधी और पानी ने कानपुर, चित्रकूट, हरदोई, फर्रुखाबाद, हमीरपुर और औरैया समेत अन्य जिलों को भी अपने आगोश में ले लिया। इसी वक्त वाराणसी और बलिया सहित पूर्वांचल के जिलों में भी आंधी-बारिश शुरू हो गई। राजधानी लखनऊ, प्रयागराज और प्रतापगढ़ जैसे जिलों में शाम के वक्त तेज आंधी के साथ बरसात हुई।
40 लोगों के मौत की खबर
उत्तर प्रदेश के राहत आयुक्त संजय गोयल ने आंधी-पानी और आकाशीय बिजली से प्रदेश के विभिन्न जिलों में 40 व्यक्तियों की मौत की पुष्टि की है। इनमें सीतापुर में पांच, कासगंज में चार, बाराबंकी में तीन, बदायूं में तीन, बलिया में दो, बागपत में दो, उन्नाव में दो, कन्नौज में दो, हरदोई में दो, चित्रकूट में दो तथा बहराइच, फतेहपुर, बुलंदशहर, पीलीभीत, मीरजापुर, अमेठी, अलीगढ़, इटावा, ललितपुर, एटा, मैनपुरी, लखनऊ और प्रयागराज में एक-एक व्यक्ति के मरने की खबर है। इसके अलावा आंधी-पानी से प्रदेश भर में कई मकान क्षतिग्रस्त हुए और तमाम पेड़ उखड़ गये।
मुख्यमंत्री के निर्देश पर राहत आयुक्त ने मांगी नुकसान की जानकारी
प्रदेश के राहत आयुक्त संजय गोयल ने मुख्यमंत्री के निर्देश पर प्रभावित जिलों के जिलाधिकारियों से मृतकों के परिजनों को तत्काल चार-चार लाख रुपये की आर्थिक सहायता देने को कहा है। राहत आयुक्त ने जिलाधिकारियों से फसलों के नुकसान के बारे में जानकारी भी मांगी है।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आंधी-पानी, ओलावृष्टि और आकाशीय बिजली से प्रदेश के विभिन्न जिलों में हुई जनहानि पर कल ही गहरा शोक व्यक्त किया था। उन्होंने मृतकों के परिवारीजनों को चार-चार लाख रुपये की राहत राशि भी तत्काल वितरित कराने का निर्देश दिया था। साथ ही उनके प्रति संवेदनाएं व्यक्त की थी। मुख्यमंत्री ने घायलों के समुचित इलाज के लिए भी अधिकारियों को निर्देश दिए हैं। योगी ने जिलाधिकारियों को निर्देशित किया है कि उनके जिलों में जनहानि, पशु हानि और मकान क्षति का आकलन कर निश्चित मुआवजा प्रभावित व्यक्तियों को तत्काल उपलब्ध करा दिया जाए। जिलाधिकारी से उन्होंने फसलों की हुई क्षति का आकलन भी तत्काल कराने को कहा है।