लखनऊ। विक्रमादित्य मार्ग पर चाचा शिवपाल यादव के बंगले तक की 400 मीटर की दूरी को मिटाने के लिए भले ही समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव को साढ़े चार साल लग गए हों, लेकिन उनके मिलन की बिसात तो इस साल अखिलेश यादव के जन्मदिन पर ही बिछ गई थी। प्रगतिशील समाजवादी पार्टी (लोहिया) के अध्यक्ष शिवपाल सिंह यादव के बेहद करीबी व बख्शी का तालाब से पूर्व विधायक राजेंद्र यादव की अचानक सपा में अखिलेश यादव के जन्मदिन पर एंट्री हो गई।
जिस समय लखनऊ के कद्दावर सपा नेता अखिलेश यादव से मिल नहीं पा रहे थे, ठीक उसी समय डेढ़ महीने के भीतर राजेंद्र यादव बीकेटी में अखिलेश यादव का एक कार्यक्रम लेने में सफल हो गए। कार्यक्रम समाजवादी चिंतक भगवती सिंह की जयंती का था। उसी क्षेत्र में दो दिन पहले शिवपाल सिंह यादव भी भगवती सिंह की जयंती के कार्यक्रम में शामिल हुए।
सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव से विवाद के बाद शिवपाल सिंह यादव ने जब अलग होकर पार्टी बनायी तो पूर्व मंत्री भगवती सिंह, पूर्व विधायक राजेंद्र यादव, पूर्व मंत्री शारदा प्रताप शुक्ल व कई नेता उनके साथ चले गए। इस साल एक जुलाई को अखिलेश यादव को जन्मदिन की बधाई देने राजेंद्र यादव पहली बार सपा प्रदेश कार्यालय पहुंच गए। शिवपाल सिंह यादव ने राजेंद्र यादव के अखिलेश यादव से मिलने पर कोई प्रतिक्रिया ही नहीं दी। राजेंद्र यादव ने 28 अगस्त को दिवंगत भगवती सिंह की 89वीं जयंती का बड़ा कार्यक्रम बख्शी का तालाब में रखा।
मंच की कमान राजेंद्र यादव के हाथ थी जबकि पूर्व विधायक गोमती यादव जैसे लखनऊ के कई वरिष्ठ नेताओं को तरजीह ही नहीं मिली। लोहिया पथ होकर जनेश्वर मिश्र पार्क तक साइकिल यात्रा के दिन ही अखिलेश यादव ने अपने नेताओं से शारदा प्रताप शुक्ल का जिक्र करके भविष्य में शिवपाल यादव के साथ आने की संभावनाओं का हवा दे दी।
इसके कुछ दिन बाद ही प्रसपा लोहिया के कैंट क्षेत्र के कई पदाधिकारी अपर्णा यादव से मिले। अपर्णा यादव ने इसकी फोटो टि्वटर पर साझा की और इसे एक शिष्टाचार भेंट बताया। हालांकि चर्चा रही कि अपर्णा के कैंट सीट से विधानसभा चुनाव लड़ने की तैयारियों को लेकर यह बैठक हुई।
प्रत्याशियों के भविष्य पर सवाल बरकरार : प्रसपा लोहिया ने लखनऊ उत्तर सीट से अजय त्रिपाठी मुन्ना, कैंट से इंजीनियर अजय कुमार को प्रत्याशी बनाया है। सरोजनीनगर से शारदा प्रताप शुक्ल व बख्शी का तालाब से जिलाध्यक्ष रंजीत यादव दावेदारी कर रहे हैं। अब प्रत्याशियों के भविष्य को लेकर भी चर्चा शुरू हो गयी है।