आजमगढ़। उपचुनाव का प्रचार खत्म होने में अब 24 घंटे से भी कम समय रह गया है। सपा-भाजपा के साथ ही बसपा ने भी चुनाव जीतने के लिए जोर लगाया हुआ है। नुक्कड़ सभाएं, बैठकें और डोर टू डोर प्रचार में तेजी आ चुकी है। भाजपा की तरफ से सीएम योगी के बाद डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य भी सोमवार को प्रचार के लिए पहुंच गए।
लेकिन सपा प्रमुख अखिलेश यादव अभी तक नहीं आए हैं। वह कब आएंगे यह अभी तक तय नहीं हो सका है। आजमगढ़ में 23 जून को वोटिंग है। 26 जून को नतीजे आएंगे।
अखिलेश के आने को लेकर सपा प्रत्याशी धर्मेंद्र यादव समेत तमाम स्थानीय नेता साफ-साफ कुछ भी कहने से बच रहे हैं लेकिन सीधा इनकार भी नहीं कर रहे हैं। उनका कहना है कि अभी प्रचार में समय है। इससे अखिलेश का अब तक न आना भी चर्चा का विषय बन गया है। पार्टी के एक वरिष्ठ नेता का यहां तक कहना है कि यह उनकी रणनीति का हिस्सा है। इस सीट पर सपा की जीत तय है। अखिलेश सीट जीतने के बाद धन्यवाद देने तो आएंगे ही।
अखिलेश ने जारी किया बयान
समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव भले ही आजमगढ़ नहीं पहुंचे हैं लेकिन उसे लेकर भाजपा पर हमला करते हुए बयान जारी किया। अखिलेश ने कहा कि भाजपा ने हमेशा आजमगढ़ की उपेक्षा की और बदनाम किया। अभी भी भाजपा सरकार धोखा देने से बाज नहीं आ रही है। आजमगढ़ ने हमेशा भाजपा की साम्प्रदायिकता और विकास विरोधी ताकतों को नकारा है।
समाजवादियों ने हमेशा आजमगढ़ और पूर्वांचल में विकास और जनता को सम्मान दिया है। आजमगढ़ की जनता ने भी हमेशा समाजवादियों का साथ दिया है। यह परस्पर भरोसा अटूट है। समाजवादी पार्टी की सरकार ने आगरा-लखनऊ एक्सप्रेस-वे का निर्माण कराया। उसी की अगली कड़ी में आजमगढ़ को प्रदेश की राजधानी लखनऊ और देश की राजधानी नई दिल्ली से जोड़ने के लिए समाजवादी पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे की आधारशिला रखी गई थी।
बिना नाम लिये योगी का अखिलेश पर तंज
सीएम ने कहा कि सपा ने पहले आजमगढ़ के रहने वाले एक नेता पुत्र को अपने दल में शामिल किया। उसे लोकसभा का टिकट दिया। लेकिन बाद में उससे भी धोखा देकर टिकट सैफई चला गया। सीएम ने कहा कि पूर्व विधायक रामदर्शन यादव पुराने नेता हैं। टिकट पर इनका हक था, लेकिन रामदर्शन के साथ भी छल किया गया।
बार-बार लोगों से छल करने वालों की हकीकत से लोग अब रूबरू हो रहे हैं। इनकी असलियत बाहर निकल रही है। हालांकि सोमवार को धर्मेंद्र ने इसका जवाब दिया। कहा कि योगी का प्रचार में आना नई बात नहीं है। पहले भी योगी जी आए थे। यहां के लोग समाजवादी हैं, समाजवादी ही रहेंगे।