लखनऊ। सुप्रीम कोर्ट (Supreme Court) के निर्देश पर अंतरिम जमानत पर बाहर आए रामपुर सदर से समाजवादी पार्टी के विधायक आजम खां (Azam Khan) के खिलाफ कई जांच कर रही उत्तर प्रदेश सरकार एक और बड़ा एक्शन लेने की तैयारी में है। समाजवादी पार्टी के संस्थापक सदस्यों में शामिल आजम खां की रामपुर में मौलाना जौहर शोध संस्थान की लीज रद करने की तैयारी है।
उत्तर प्रदेश जल संस्थान के भर्ती घोटाले सहित रामपुर में सरकारी जमीन पर कब्जे के मामले में केस दर्ज होने के बाद करीब ढाई वर्ष पर सीतापुर की जिला जेल में बंद रहे आजम खां पर एक और बड़ी मुसीबत आ रही है। योगी आदित्यनाथ सरकार ने आजम खां के जौहर शोध संस्थान को मिली सरकारी जमीन की लीज को रद करने का मन बना लिया है।
प्रदेश में अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) की सरकार के कार्यकाल के दौरान कैबिनेट मंत्री रहे आजम खां को रामपुर (Rampur) में सरकार की तरफ से मिले मौलाना मोहम्मद अली जौहर शोध संस्थान को वापस लेने प्रस्ताव तैयार हो गया है। उसको वापस लेने के प्रस्ताव पर योगी आदित्यनाथ सरकार (Yogi Adityanath Government) अब कैबिनेट की बैठक में मुहर लगवाएगी।
आजम खां को कौड़ी के भाव पर 33 वर्ष के लिए लीज पर जमीन दी गई। उनके मौलाना जौहर शोध संस्थान (Maulana Jauhar Institute) को सिर्फ सौ रुपये की लीज पर 33 वर्ष सरकारी संस्थान सौंप दिया गया है। यह सरकारी शोध संस्थान आजम के जौहर अली ट्रस्ट को दिया गया था।
आजम खां ने बाद में इसमें इसमें रामपुर पब्लिक स्कूल खोल दिया था। अब प्रदेश सरकार ने इस शोध संस्थान को वापस लेने का प्रस्ताव तैयार कर लिया है। जल्द ही इसे कैबिनेट के समक्ष रखा जाएगा। हो सकता है कि अगले मंगलवार को होने वाली कैबिनेट की बैठक में ही इस पर मुहर लग जाए।
आजम खां की फिलहाल तबीयत खराब है। 73 वर्षीय आजम खां लखनऊ के मेदांता अस्पताल में भर्ती हैं। जहां पर उनका इलाज चल रहा है।