काबुल/नई दिल्ली। अफगानिस्तान की राजधानी काबुल में शनिवार को कार्ते परवान गुरुद्वारा साहिब पर हुए हमले की जिम्मेदारी तालिबान विरोधी आतंकी समूह दायश/आईएसआईएस ने ली है। यह जानकारी खलीज टाइम्स ने रविवार को दी। इस हमले के बाद सुरक्षा के मद्देनजर भारत के गृह मंत्रालय ने अफगानिस्तान में रह रहे 100 से अधिक सिखों और हिंदुओं को प्राथमिकता के आधार पर ई-वीजा प्रदान किया है।
आतंकी समूह दाएश ने अपने टेलीग्राम चैनल पर जिम्मेदारी लेते हुए कहा है कि कार्ते परवान गुरुद्वारे पर उसके लड़ाकों ने हमला किया है। यह हमला पैगंबर मोहम्मद पर की गई अपमानजनक टिप्पणी का जवाब है।
संयुक्त राष्ट्र के आतंकवाद निरोधक कार्यालय के अवर महासचिव व्लादिमीर वोरोन्कोफ का कहना है कि दाएश खतरनाक आतंकी समूह है। सीरिया और इराक में इसके छह से दस हजार लड़ाके हैं। दाएश के लड़ाके घात लगाकर सड़कों के किनारे हमले करते हैं और भाग निकलते हैं।
उल्लेखनीय है कि कार्ते परवान गुरुद्वारा साहिब पर हुए आतंकी हमले में दो लोग मारे गए। हमले के वक्त गुरुद्वारे में करीब 30 लोग थे। इस बीच अफगान सुरक्षाकर्मियों ने विस्फोटक लदे एक वाहन को गुरुद्वारे में प्रवेश करने से रोककर बड़ी घटना को टाल दिया था। तालिबान ने दावा किया है कि उसके सुरक्षा बलों ने तीन हमलावरों को मार गिराया।
इस बीच भारत ने इस हमले के बाद भारतीय मूल के लोगों की सुरक्षा को गंभीरता से लेते हुए ई-वीजा प्रदान किए हैं। गृह मंत्रालय ने अफगानिस्तान में रह रहे 100 से अधिक सिखों और हिंदुओं को प्राथमिकता के आधार पर ई-वीजा प्रदान किया है।