लंदन। इंग्लैंड के पूर्व कप्तान नासिर हुसैन ने कहा कि खाली स्टेडियम में खेलना मुश्किल का काम नहीं है, बल्कि वेस्टइंडीज और इंग्लैंड के बीच होने वाली टेस्ट श्रृंखला के दौरान खिलाड़ियों को गेंद को चमकाए रखने और जश्न मनाने में ज्यादा चुनौतियों का सामना करना पड़ेगा।
सरकार की मंजूरी के अधीन, तीन टेस्ट मैचों की श्रृंखला जुलाई में बंद दरवाजों के पीछे होगी, जिसमें कोरोनावायरस के प्रसार को रोकने के लिए गेंद को चमकाने के लिए लार के उपयोग पर प्रतिबंध लगाए जाने की संभावना है। हुसैन ने स्काई स्पोर्ट्स को बताया, ” टीमों के पास खाली स्टेडियम में खुद का माहौल बनाने के अलावा कोई और विकल्प नहीं है, शटडॉउन के बाद शुरू होने वाले खेल के अन्य पहलुओं का आदि होना खिलाड़ियों के लिए मुश्किल होगा।”
उन्होंने कहा, “कुछ चीजें उन्होंने अपने दिमाग को प्रशिक्षित करने के लिए 10 साल तक की हैं। क्रिकेट की गेंद को चमकाना, विकेट के लिए जश्न मनाना, उनके लिए मुश्किल काम होगा। गेंद को चमकाने के लिए वे लार का उपयोग करते हैं और अब वे आगे ऐसा नहीं कर पाएंगे। इसलिए उन्हें अपने दिमाग को फिर से प्रशिक्षित करना होगा।”
कोरोनावायरस के बढ़ते प्रभाव के चलते क्रिकेट को मार्च में निलंबित कर दिया गया था। मगर अब इंग्लैंड और वेल्स क्रिकेट बोर्ड (ईसीबी) खेल को वापस पटरी पर लाने के लिए जुटा हुआ है। इंग्लैंड में कोरोनावायरस के चलते एक लाख 50 हजार से ज्यादा लोग संक्रमित हो चुके हैं और इसके चलते इस महामारी के वहां 29 हजार से ज्यादा लोग मौत का शिकार बन चुके हैं।