उदयपुर। राजस्थान के उदयपुर में तीन दिन तक चले चिंतन शिविर में खूब लंबी-चौड़ी बातें हुईं। नेताओं ने जहां एक तरफ अलग-अलग तरह की रणनीतियां बनाईं। वहीं आखिरी दिन राहुल गांधी ने कुछ खास मंत्र देते हुए पार्टी में प्राण फूंकने की कोशिश की है। अब राहुल के ये मंत्र कितने कारगर साबित होंगे, यह तो आने वाला वक्त ही बताएगा। फिलहाल आइए जानते हैं क्या रहीं राहुल गांधी के भाषण की खास बातें…
जनता से रिश्ते पर जोर
राहुल गांधी ने चिंतन शिविर में सबसे बड़ी बात जो कही वह थी जनता से रिश्ता मजबूत करने की बात। उन्होंने जोर देकर कहाकि हमें जनता में पैठ बनानी होगी। यह दिखाता है कि राहुल गांधी को भी इस बात का भी एहसास है कि कांग्रेस ने जनता का भरोसा खो दिया है। उन्होंने कांग्रेस से जनता के पुराने रिश्ते को भी ताजा करने पर जोर दिया। अक्टूबर में कांग्रेस द्वारा यात्रा निकालने का ऐलान भी जनता से जुड़ने की कवायद का ही हिस्सा है।
निष्क्रिय नेताओं को मैसेज-पसीना बहाइए
राहुल गांधी ने स्पष्ट रूप से कहाकि हमें पसीना बहाना होगा। माना जा रहा है कि इस बात से राहुल गांधी ने उन कांग्रेस नेताओं को मैसेज दिया है जो एसी में बैठकर पार्टी चला रहे हैं। पिछले कुछ चुनावों में कांग्रेस का प्रदर्शन बेहद फीका रहा है। पंजाब में उसे सत्ता गंवानी पड़ी।
उत्तराखंड में बेहतर प्रदर्शन की उम्मीद थी, लेकिन हुआ उल्टा। वहीं उत्तर प्रदेश में भी पार्टी के लिए स्थिति बेहद शर्मनाक रही। पार्टी चाहेगी कि आने वाले चुनावों में उसका प्रदर्शन बेहतर हो, क्योंकि जिन राज्यों में चुनाव हैं, उनमें छत्तीसगढ़ और राजस्थान की सत्ता भी दांव पर है।
कम्यूनिकेशन बढ़ाइए, युवाओं को लाइए
राहुल गांधी ने अपने भाषण में कम्यूनिकेशन स्किल सुधारने पर जोर दिया। असल में भाजपा के डिजिटल तौर-तरीके के साथ तालमेल करने में कांग्रेस अभी तक पूरी तरह से पीछे है। यही वजह है कि राहुल गांधी चाहते हैं कि उनके पार्टी नेता नए जमाने की कम्यूनिकेशन स्किल के साथ चलें। साथ ही उन्होंने पार्टी में युवाओं को जोड़ने की भी बात कही। उन्होंने कहाकि हमें अच्छे लोगों को चुनना होगा। ये लोग ट्रेंड होने चाहिए।
अपने इमेज की बात
अपने भाषण के दौरान राहुल गांधी ने अपने इमेज पर भी बात की। राहुल गांधी ने कहाकि मैंने अपनी जिंदगी में कोई भ्रष्टाचार नहीं किया है। एक रुपया किसी से नहीं लिया है। मैंने भारत माता से एक पैसा नहीं लिया है। मैं सच बोलने से नहीं डरता हूं। यह भी पहली दफा है जब राहुल गांधी ने किसी खुले मंच से अपनी इमेज की बात की है। माना जा रहा है कि इस तरह से राहुल ने अपने इमेज मेकओवर पर जोर दिया है।