यरुशलम/तेहरान। मध्य एशिया में तनाव के बाद ईरान ने शनिवार रात इजराइल पर हमला कर दिया। हमले में 200 से अधिक ड्रोन व मिसाइलें दागी गईं। अमेरिकी सेना सभी ड्रोन मार गिराने का दावा किया है। इजराइल के आयरन डोम ने कुछ मिसाइलों को रोक दिया। इसके बावजूद इजराइल के मिलिट्री बेस को नुकसान होने की खबरें सामने आई हैं। भारत ने इस मसले को शांति से निपटाने की अपील की है।
अमेरिका ने इजराइल की सुरक्षा करने के अपने वादे को दोहराया है और इजराइल को फिलहाल कोई प्रतिक्रिया नहीं देने की हिदायत दी है। अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन और इजराइल के प्रधानमंत्री नेतन्याहू की इस मुद्दे पर बातचीत हुई है। खाड़ी देशों में हजारों की तादाद में अमेरिकी सैनिक तैनात हैं और बढ़ाने की तैयारी की जा रही है।
इजराइली सेना ने शनिवार देर रात इस हमले की जानकारी दी। अमेरिकी सेना ने कुछ ड्रोन मार गिराए। टाइम्स ऑफ इजराइल के मुताबिक, इजराइल के मिलिट्री बेस को नुकसान पहुंचा है। एक बच्ची भी घायल हुई है। इजराइली सेना ने कहा कि हमने ईरान में कुछ ड्रोन उड़ते देखे हैं, जिन्हें यहां पहुंचने में कुछ घंटों का वक्त लगेगा।
इजराइली चैनल 12 ने बताया कि ईरान ने ड्रोन हमला शुरू कर दिया है। कुछ ड्रोन्स को सीरिया और जॉर्डन में मार गिराए गए हैं। इजरायली सेना के यह कहने के बाद कि ईरान ने 200 से अधिक ड्रोन और मिसाइलें लॉन्च कीं, अमेरिकी राष्ट्रपति ने बयान जारी किया; यह हमला दमिश्क में इजरायली हमले के बाद हुआ है जिसमें शीर्ष ईरानी कमांडर की मौत हो गई थी।बाइडन का कहना है कि लगभग सभी ईरानी ड्रोन और मिसाइलों को रोक दिया गयाजो बिडेन ने कहा है कि ईरान से लॉन्च किए गए लगभग सभी ड्रोन और मिसाइलों को रोक दिया गया है, उन्होंने कहा कि वह रविवार को जी7 नेताओं की बैठक बुलाएंगे।
हमले की निंदा करते हुए अमेरिकी राष्ट्रपति ने व्हाइट हाउस से एक बयान में कहा कि ईरान को यमन, सीरिया और इराक में उसकी प्रॉक्सी ताकतों से मदद मिल रही है। बाइडन ने कहा-मेरे निर्देश पर इजराइल की रक्षा का समर्थन करने के लिए, अमेरिकी सेना ने पिछले सप्ताह के दौरान क्षेत्र में विमान और बैलिस्टिक मिसाइल रक्षा विध्वंसक भेजे। हमने इज़राइल को आने वाले लगभग सभी ड्रोन और मिसाइलों को मार गिराने में मदद की। बाइडन का कहना है कि उन्होंने बेंजामिन नेतन्याहू के साथ अपनी बातचीत में इज़राइल के प्रति अमेरिका की प्रतिबद्धता की पुष्टि की।