नई दिल्ली। सोने के दाम छह फीसदी लुढ़क चुका है। जनवरी 2021 के साथ ही सोने की पिछले 30 सालों में सबसे खराब शुरुआत रही है। ब्लूमबर्ग की रिपोर्ट के अनुसार, 1991 में सोने की शुरुआत सबसे खराब हुई थी। इसके बाद 2021 में सोने ने सबसे खराब शुरुआत किया है। निवेशकों को इस साल अब तक नुकसान ही उठाना पड़ा है।
चार कारणों से टूट रहा सोना
1. बिटक्वाइन में बढ़ा निवेशकों का रुझान
क्रिप्टोकरेंसी बिटक्वाइन ने निवेशकों को जबदरस्त रिटर्न दिया है। साल 2020 में बिटक्वाइन के भाव में 2019 के मुकाबले 5 गुना उछाल दर्ज किया गया था। इस साल अब तक बिटक्वाइन के भाव में 79 फीसदी का उछाल आ चुका है। बिटक्वाइन की कीमत 51,431 डॉलर के नए स्तर के पार पहुंच गई है। इसेस निवेशकों का रुझान सोने से हटकर बिटक्वाइन की तरफ गया है।
2. चांदी की बढ़ी से मांग
कोरोना संक्रमण पर काबू पाने से उद्योगिक गतिविधियां तेजी से पटरी पर लौट आई है। इससे चांदी की मांग तेजी से बढ़ी है। वहीं सोने में गिरावट आई है। निवेशकों को सोने के मुकाबले चांदी में ज्यादा रिटर्न मिल रहा है। इसिलए, निवेशक सोने की जगह चांदी में निवेश कर रहे हैं।
3. डॉलर और यूएस यिल्ड में शानदार रिटर्न
कोरोना संकट के बीच डॉलर और अमेरिकी यिल्ड में निवेशकों को तकड़ा रिटर्न मिला है। इसके साथ ही जोखिम भी कम है। इसको देखते हुए निवेशक एक बार फिर से सोना से पैसा निकालकर डॉलर में लगा रहे हैं जिससे बिकवाली हावी है।
4. शेयर बाजार में तेजी जारी
कोरोना संकट के बाद शेयर बाजार में बड़ी गिरावट आई थी। उसके बाद निवेशकों ने सुरक्षित निवेश के लिए सोने का रुख किया था। हालांकि, पिछले नौ महीने से शेयर बाजार में तेजी का दौर जारी है। इससे निवेशक एक बार फिर से बाजार में पैसा लगा रहे हैं और सोने से निकाल रहे हैं। इसलिए सोना टूट रहा है।
उच्चतम स्तर से 11,000 रुपये सस्ता हुआ सोना
सोने की कीमतों पर नजर डाले तो सोना अपने उच्चतम स्तर से 11,000 रुपए तक नीचे लुढ़डक चुका है। 7 अगस्त को सोना अपने उच्चतम स्तर 56200 रुपए प्रति 10 ग्राम पर पहुंच गया था, जिसके बाद से सोने की कीमत में गिरावट की स्थिति बनी हुई है। दिल्ली सर्राफा बाजार में सोना रविवार को गिरकर 46,000 के नीचे पहुंच गया। वहीं, एपसीएक्स पर पिछले सप्ताह सोना 860 रुपये सस्ता तथा चांदी 50 रुपये घटकर बिकी।