उपचुनाव का मुकाबला रोचक, मैनपुरी में अब डिम्पल की राह आसान नहीं

लखनऊ। समाजवादी पार्टी का गढ़ कही जाने वाली मैनपुरी लोकसभा सीट के उपचुनाव का मुकाबला रोचक हो गया है। भाजपा ने यहां से पूर्व सांसद रघुराज सिंह शाक्य को प्रत्याशी बनाकर सपा के समक्ष तगड़ी चुनौती पेश की है। रघुराज सिंह शाक्य के सामने अब सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव की पत्नी डिम्पल यादव की डगर कठिन लगने लगी है।

मैनपुरी लोकसभा क्षेत्र में यादव मतों के बाद सबसे ज्यादा शाक्य मतदाता हैं। ऐसे में भाजपा बीते दो चुनाव से शाक्य प्रत्याशी उतारती रही है। इस बार भी इसी फार्मूले पर रघुराज सिंह शाक्य को प्रत्याशी बनाया गया है। मैनपुरी लोकसभा सीट को मुलायम सिंह का गढ़ कहा जाता है। यह मुलायम परिवार की परम्परागत सीट मानी जाती है। 1996 से लेकर बीते लोकसभा चुनाव तक यहां सपा को कोई चुनौती नहीं दे पाया।

पांच बार खुद मुलायम सिंह यादव यहां से सांसद रहे। वर्ष 2014 और 2019 में जबर्दस्त मोदी लहर में भी भाजपा इस दुर्ग को भेद नहीं सकी थी। इसकी सबसे अहम वजह यादव मतदाताओं की बड़ी संख्या थी। जातीय समीकरणों के लिहाज से देखें तो इस सीट पर यादव मतदाता अहम भूमिका निभाते रहे हैं।

मैनपुरी में सपा की हर नब्ज से वाकिफ हैं रघुराज सिंह शाक्य

रघुराज सिंह शाक्य का लम्बा राजनैतिक जीवन सपा में बीता है। वह मुलायम सिंह यादव के बेहद करीबियों में रहे हैं। मैनपुरी में सपा की हर नब्ज से वह भलीभांति वाकिफ हैं। मैनपुरी की जमीनी हकीकत की भी वह समझ रखते हैं। लिहाजा उनका प्रत्याशी बनाना भाजपा के लिए फायदेमंद साबित हो सकता है।

जातिगत समीकरण के लिहाज से देखें तो इस लोकसभा क्षेत्र में पिछड़ा वर्ग के मतदाता करीब 45 फीसद बताए जाते हैं। इनमें यादव मतदाताओं की हिस्सेदारी करीब 25 फीसद तक है। इनके बाद शाक्य मतदाताओं का नंबर आता है। सवर्णों की बात करें तो इनका कुल आंकड़ा 25 फीसद तक पहुंचता है, लगभग इतने ही दलित मतदाता हैं। अल्पसंख्यक मतदाताओं की संख्या सबसे कम करीब पांच फीसद है।

सपा को यादव मतों के साथ अन्य वर्गों का भी समर्थन मिलता रहा है। इसकी काट के लिए बीते दो लोकसभा चुनावों में भाजपा शाक्य प्रत्याशी का फार्मूला अपना चुकी है। भाजपाई रणनीतिकारों ने इस चुनाव में भी इसी रणनीति के तहत रघुराज शाक्य को प्रत्याशी चुना है।

कौन हैं रघुराज शाक्य

रघुराज शाक्य मूल रूप से जसवंतनगर विधानसभा क्षेत्र के रहने वाले हैं और वहां उनका खासा प्रभाव भी माना जाता है। रघुराज शाक्य समाजवादी पार्टी छोड़कर भाजपा में शामिल हुए थे। वह 1999 और 2004 में सपा से सांसद भी रहे हैं। वह प्रसपा अध्यक्ष शिवपाल सिंह यादव के करीबी हैं। जसवंतनगर विधानसभा में उनका सर्वाधिक प्रभाव भी है। भाजपा के लिए जसवंतनगर ही सबसे कमजोर विधानसभा रहती है।

तीनों उपचुनाव बड़े अंतर से जीतेगी भाजपा: भूपेन्द्र सिंह चौधरी

भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष भूपेन्द्र सिंह चौधरी ने कहा कि प्रदेश के तीनों उपचुनाव हम बड़े अंतर से जीतेंगे। उन्होंने कहा कि मोदी और योगी सरकार की जनकल्याणकारी नीतियों की बल पर हम उपचुनाव में विजयी होंगे।

मैनपुरी की जनता बदलाव के लिए तैयार: रघुराज सिंह शाक्य

भाजपा प्रत्याशी घोषित होने के बाद रघुराज शाक्य ने कहा, पार्टी ने मुझे बहुत बड़ी जिम्मेदारी दी है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और पार्टी को धन्यवाद करता हूं। देश की जनता परिवर्तन करने का काम करेगी। उन्होंने कहा कि मैनपुरी की जनता बदलाव के लिए तैयार है। यहां भी जनता राम राज्य की स्थापना करने का काम करेगी। राज्य में सुशासन की सरकार है। आजमगढ़, रामपुर और गोला उपचुनाव में यह साबित हो गया है। भाजपा यहां चुनाव जीतने का काम करेगी। राजा और महाराजाओं का राज अब खत्म होगा।

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