लखनऊ। बिजली विभाग में लगातार घोटाले सामने आ रहे हैं। अब नया खेल उपभोक्ताओं के पैसे से किया गया है। उपभोक्ताओं के बिल का पैसा अफसरों ने विभाग के अकांउट में जमा ही नहीं किया है। महोबा और देवरिया जैसे शहरों में यह घोटाला सामने आया है। करीब 22 करोड़ रुपए का खेल अभी पकड़ में आया है। इसमें लाखों उपभोक्ताओं का जमा किया गया पैसा है। महोबा और देवरिया जैसे जिलों में यह खेल पकड़ में आया है।
इसके बाद अब पावर कॉर्पोरेशन ने प्रदेश के 36 डिवीजन में मामले की जांच के आदेश जारी कर दिए गए हैं। हालांकि, उत्तर प्रदेश राज्य विद्युत उपभोक्ता परिषद के अध्यक्ष अवधेश वर्मा ने पूरे प्रदेश में जांच की मांग उठाई है। दावा है कि इसकी ठीक से जांच की जाए, तो 500 करोड़ रुपए से ज्यादा का घोटाला सामने आएगा।
उपभोक्ताओं से बिजली बिल का पैसा तो ले लिया गया, लेकिन अफसरों ने वह पैसा बैंकों में जमा ही नहीं किए किया। बताया जा रहा है कि कुछ जिलों में शिकायत मिलने के बाद अब पावर कॉर्पोरेशन बिलिंग में हो रही इस तरह की गड़बड़ियों का पता लगाने के लिए ऑडिट करा रहा है। इसमें अकेले महोबा जिले में बिलिंग ऑडिट में 22 करोड़ रुपए का घपला पकड़ा गया है। जांच रिपोर्ट सामने आने के बाद इसको फाइनल करने को कहा गया है। बताया जा रहा है कि आने वाले दिनों में इस मामले में कई बड़े अधिकारियों पर गाज गिर सकती है।
बैंक में जमा न करके दूसरी जगह लगा देते हैं पैसा
जानकारों का कहना है कि उपभोक्ताओं का पैसा बैंक में जमा न कर दूसरी जगह पर लगा दिया जाता है। इस खेल में उपभोक्ताओं से लिए पैसे को बैंकों में जमा करवाने में देरी की जा रही है। महोबा जांच मामले में शामिल एक अधिकारी ने बताया कि कई जगहों पर बिल सुधार के नाम पर गड़बड़िया की जा रही हैं। देवरिया में सामने आए घोटाले से पावर कॉर्पोरेशन को छह करोड़ रुपए से ज्यादा का नुकसान हुआ था। इसमें बिल सुधार के नाम पर करोड़ों का खेल किया गया।
1500 कनेक्शन के दस्तावेज नहीं मिले
देवरिया में हुए घोटाले में दस्तावेज गायब किए गए हैं। जांच में यह बात सामने आई है कि अभी तक करीब 1500 से ज्यादा उपभोक्ताओं के बिल सुधार के दस्तावेज नहीं मिले हैं। इसमें बिल समायोजन किस नियमावली के आधार पर किया गया है और किस तरह से कर दिया गया है, इसका कोई साक्ष्य संबंधित अधिकारी नहीं दे पाए हैं। इसकी जांच रिपोर्ट चेयरमैन पावर कॉर्पोरेशन को भेज दी गई है।
स्पेशल ऑडिट टीम बनाई गई
दो जिलों में अब तक 28 करोड़ रुपए से ज्यादा का घोटाला पकड़ में आने के बाद अब प्रदेश के कई जिलों में ऑडिट कराने की मांग की गई है। इसके लिए एक स्पेशल ऑडिट टीम बनाकर डिविजनों के ऑडिट कराने का खाका तैयार कर लिया गया है। सूत्रों का कहना है कि इसमें अलीगढ़, महोबा, देवरिया, नोएडा, गाजियाबाद, मथुरा, उरई समेत तीन दर्जन से अधिक डिवीजन शामिल हैं।
दोषियों पर होगी कार्रवाई
पावर कॉर्पोरेशन के चेयरमैन एम देवराज का कहना है कि महोबा में बिलिंग से जुड़ी कुछ गड़बड़ियों की शिकायत मिली है। इसके बाद जांच कराई गई है। अभी कुछ समय पहले ही प्रारंभिक रिपोर्ट मिली है। फाइनल रिपोर्ट जल्द फाइल होगी। उसके बाद दोषियों के खिलाफ एक्शन लिया जाएगा।