लखनऊ। कोरोना के बढ़ते संक्रमण को रोकने के लिए जांच संख्या में लगातार इजाफा करने वाले उत्तर प्रदेश ने अब अपने खाते एक और बड़ी उपलब्धि हासिल की है। यूपी 60 लाख से अधिक कोरोना टेस्ट करने वाला देश का पहला राज्य बन गया है। प्रदेश ने बीते चौबीस घंटे में एक बार फिर एक लाख से अधिक जांच कर यह रिकार्ड बनाया है।
प्रदेश सरकार के मुताबिक बुधवार को विभिन्न प्रयोगशालाओं में कुल 1,36,803 कोरोना नमूनों की जांच की गई। इसको शामिल करते हुए राज्य में कुल जांच का आंकड़ा 60 लाख पार कर गया है। प्रदेश में अब तक 60,50,449 कोरोना नमूनों की जांच हो चुकी है। यूपी कोरोना टेस्टिंग के मामले में लगातार अव्वल बना हुआ है। प्रदेश ने 31 अगस्त को ही 56 लाख की जांच का आंकड़ा पार किया था और अब 60 लाख के पार पहुंच गया है। इस उपलब्धि के पीछे योगी सरकार का प्रयोगशालाओं की संख्या में लगातार इजाफा करना है।
कोरोना की जांच को सुगम बनाने के लिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सोमवार को ही प्रदेश में 13 नयी बायोसेफ्टी सेकेण्ड जेनरेशन (बीएसएल-2) प्रयोगशालाओं का शुभारम्भ किया। इनमें से 10 प्रयोगशालाएं विभिन्न राजकीय मेडिकल कॉलेजों में और 03 प्रयोगशालाएं निजी मेडिकल कॉलेजों में स्थापित की गई हैं। इन प्रयोगशालाओं में प्रतिदिन लगभग 05 हजार टेस्ट किए जा रहे हैं।
दरअसल कोरोना की तेजी से जांच के मकसद से सरकार ने पहले चरण में सभी पुराने मेडिकल काॅलेजों में एक-एक प्रयोगशाला स्थापित करायी। फिर सोमवार को 10 अन्य राजकीय मेडिकल काॅलेजों में प्रयोगशालाएं स्थापित होने के बाद सभी मण्डल मुख्यालयों में लैब स्थापना का कार्य सम्पन्न हो गया है। अब प्रत्येक जनपद में आरटीपीसीआर की बीएसएल-2 प्रयोगशालाएं स्थापित करने की तैयारी है। खास बात है कि यह प्रयोगशालाएं कोविड-19 सहित सभी वेक्टर जनित रोगों से लड़ने में सहायक होंगी।
निकट भविष्य में प्रदेश के राजकीय क्षेत्र में तीन बीएसएल-03 लैब-मेडिकल काॅलेज शाहजहांपुर, जीआईएमएस ग्रेटर नोएडा तथा एसएसपीएच नोएडा स्थापित की जाएंगी। इसके अतिरिक्त, राजकीय मेडिकल काॅलेज कन्नौज एवं गोरखपुर में भी बीएसएल-03 लैब की सुविधा का विस्तारीकरण किया जा रहा है। एमएलएन मेडिकल काॅलेज प्रयागराज में नवीन तकनीक की एक कोबास मशीन मशीन की स्थापना की कार्रवाई प्रचलित है।
अपर मुख्य सचिव चिकित्सा शिक्षा डाॅ. रजनीश दुबे के मुताबिक वर्तमान में राज्य में 200 से अधिक कोविड प्रयोगशालाएं संचालित हैं। इनकी वजह से राज्य कोरोना जांच के मामले में लगातार नई उपलब्धियां हासिल कर रहा है।