भोपाल। मध्य प्रदेश के लिए झारखंड के बोकारो से चला लिक्विड आक्सीजन का टैंकर रविवार को उत्तर प्रदेश में रोक लिया गया। केंद्र सरकार के हस्तक्षेप के बाद उत्तर प्रदेश के अधिकारी सक्रिय हुए और मध्य प्रदेश को उसके हिस्से का टैंकर लौटाने पर सहमति बनी। सोमवार को टैंकर मध्य प्रदेश में आ जाएगा।
सागर संभाग में आक्सीजन की जरूरत को पूरा करने के लिए बोकारो से एक टैंकर आ रहा था, जिसे झांसी में रोक लिया गया। यह खबर इंटरनेट मीडिया में फैली। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने केंद्र सरकार से बात की। उच्च पदस्थ सूत्रों का कहना है कि केंद्र की ओर से उत्तर प्रदेश के अधिकारियों को फटकार लगाई गई और याद दिलाया गया कि नीतिगत निर्णय के तहत कोई राज्य किसी अन्य राज्य के आक्सीजन टैंकर को नहीं रोकेगा।
इसके बाद मध्य प्रदेश के गृह विभाग की ओर से भी उत्तर प्रदेश के वरिष्ठ अधिकारियों से संवाद किया गया और उन्हें बताया गया कि आइनाक्स कंपनी का यह टैंकर मध्य प्रदेश के लिए ही भेजा गया है। मध्य प्रदेश के अपर मुख्य सचिव गृह डा. राजेश राजौरा ने बताया कि भ्रम की स्थिति की वजह से यह हालात बने। उत्तर प्रदेश के अपर मुख्य सचिव गृह ने दूरभाष पर स्पष्ट किया है कि टैंकर के परिवहन को मंजूरी दे दी गई है।
उल्लेखनीय है कि इसके पहले भी मध्य प्रदेश आ रहे आक्सीजन टैंकरों को हरियाणा, गुजरात और महाराष्ट्र में रोके जाने के मामले सामने आए थे। इनको लेकर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने संबंधित राज्यों के मुख्यमंत्रियों से चर्चा की थी और तब निर्बाध आवागमन प्रारंभ हुआ था।मार्ग में किया बदलावलिक्विड आक्सीजन का यह टैंकर जल्दी से जल्दी सागर पहुंच सके, इसलिए मार्ग में बदलाव किया गया है।
अब महोबा (उत्तर प्रदेश) और छतरपुर (मध्य प्रदेश) सीमा पर किमहा नाके पर सुबह पांच से सात बजे के बीच उत्तर प्रदेश पुलिस टीम इसे मध्य प्रदेश पुलिस को सौंपेगी। यहां से मध्य प्रदेश पुलिस इसे लेकर सागर पहुंचाएगी।