उप्र में नये सिरे से तय होंगे जोखिम क्षेत्र, आज शाम जारी करेंगे गाइडलाइन: योगी आदित्यनाथ

लखनऊ। केन्द्र सरकार के लॉकडाउन-के लिए गाइडलाइन जारी करने के बाद अब योगी सरकार अपनी तैयारियों को अंतिम रूप दे रही है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सोमवार को कहा कि वह अपने मंत्रिमंडल के सदस्यों के साथ आज शाम चर्चा करने के साथ इसकी घोषणा करेंगे। उन्होंने कहा कि चौथे चरण का लॉकडाउन उत्तर प्रदेश के लिए बेहद महत्वपूर्ण है, क्योंकि इस दौरान काफी संख्या में प्रवासी कामगार, श्र​मिक आ रहे हैं। इसको देखते हुए हमारे सामने कई चुनौतियां आई हैं, इन्हें ध्यान में रखते हुए हम नये जोखिम क्षेत्र (कंटेनमेंट जोन) तय करेंगे। उन्होंने कहा कि गाइडलाइन का पालन करते हुए कोरोना के खिलाफ लड़ाई को सरकार आगे बढ़ायेगी।
जोखिम क्षेत्र तय करने का अधिकार राज्यों को देने का स्वागत
मुख्यमंत्री ने जोखिम क्षेत्र तय करने का अधिकार राज्यों को देने के केन्द्र के फैसले का स्वागत किया। उन्होंने कहा कि राज्य अपनी स्थानीय आवश्यकताओं के अनुरूप सख्ती या छूट दे सकेंगे, जिससे समुदाय के बीच कोरोना का फैलाव न हो सके।
पुराने जोन अब दूसरे जोन में हो चुके हैं तब्दील
उन्होंने कहा कि पहले की व्यवस्था के तहत प्रदेश में रेड, ऑरेंज और ग्रीन जोन बनाये गये हैं। वहीं बीते 10 दिनों से दिल्ली, राजस्थान, पंजाब आदि राज्यों से श्रमिकों की वापसी हुई। इस वजह से पहले वाले ग्रीन जोन आज रेड या ऑरेंज जोन में और पहले वाले रेड आज ऑरेंज जोन में तब्दील जो चुके हैं। इन्हें नये सिरे से परिभाषित करते हुए अब लागू करने की कार्रवाई की जायेगी।
थोड़ी ढील देने से बेहद खराब हो सकती है स्थिति
मुख्यमंत्री ने कहा कि आज मंत्रियों की बैठक बुलाई है। इसमें लॉकडाउन के दौरान छूट देने के मामले पर उनकी राय ली जाएगी और तय होगा कि किस क्षेत्र में कितनी छूट दी जाए। उन्होंने एनसीआर में उत्तर प्रदेश की सीमाओं को खोलने पर कहा कि सरकार ने उन कारकों को चिह्नित किया है, जिसकी वजह से संक्रमण फैल सकता है।
लड़ाई जनपद या राज्य की नहीं, देश की
नोएडा से दिल्ली या नोएडा से गाजियाबाद आने-जाने से संक्रमण का भी डर है। इसको लेकर सरकार चिंतित है। ये लड़ाई किसी जनपद या राज्य की नहीं, देश की है। थोड़ी ढील देने से स्थिति बेहद खराब हो सकती है। दिल्ली की आजादपुर मंडी से कई जगह संक्रमण फैला। कोविड अस्पतालों में कोई ड्यूटी कर रहा है तो उसे दिल्ली से नोएडा, नो​एडा से गाजियाबाद आना-जाना नहीं चाहिए। वहीं रहना चाहिए, जिससे संक्रमण फैलने का खतरा नहीं हो।
नोएडा-गाजियाबाद में काम कर रहे श्रमिक संक्रमित नहीं
उन्होंने कहा कि नोएडा, गाजियाबाद में इस समय दस लाख से अधिक श्रमिक कार्य कर रहे हैं। इनमें कोई संक्रमित नहीं है। जो मामले सामने आ रहे हैं, वह पहले से उन संदिग्ध लोगों के हैं, जिन्हें एकांतवास केन्द्र (क्वारंटाइन सेन्टर) में रखा गया है। सरकार ने सुरक्षा बरतने के साथ आर्थिक गतिविधियां प्रारम्भ की हैं। लेकिन, कहां सख्ती बरतनी है या छूट देनी है, इस पर फैसला किया जायेगा।

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here