लखनऊ। उत्तर प्रदेश में सपा का कुनबा एक बार फिर एक होता नजर आ रहा है। बता दें कि शिवपाल यादव और अखिलेश यादव के बीच में काफी समय से बातचीत बंद थी लेकिन हाल के कुछ घटनाक्रम ऐसे हुए जिससे लग रहा है कि चाचा-भतीजे में चली आ रही दूरियां अब खत्म हो गई है।
अभी होली के समय मुलायम परिवार एक साथ नजर आया था। दरअसल होली के अवसर पर मुलायम सिंह यादव की मौजूदगी में अखिलेश-शिवपाल एक ही मंच पर मौजूद थे। इस दौरान अखिलेश ने मंच पर पिता मुलायम और चाचा शिवपाल के पैर छुए।
इतना ही नहीं शिवपाल ने भी शिवपाल ने मुलायम के साथ रामगोपाल यादव के पैर छूकर आर्शीवाद लिया था। इस दौरान पूरा परिवार एक होता नजर आ रहा था। इसके बाद समाजवादी पार्टी ने 4 सितंबर 2019 को शिवपाल की विधानसभा सदस्यता रद्द करने की याचिका दायर की थी।
जिसे सपा ने बाद में वापस ले लिया था। इतना ही नहीं अखिलेश के इस कदम के बाद शिवपाल यादव ने भी एक पत्र लिखकर आभार जताया था। इसके बाद से लगने लगा है कि शिवपाल यादव बहुत जल्द सपा में वापसी भी कर सकते हैं लेकिन अभी तक इसपर कोई ठोस जानकारी नहीं मिली रही है।
उधर शिवपाल यादव ने भी मान लिया है कि वो अब भी सपा के विधायक है। इसका एक और सबूत तब मिला जब शिवपाल यादव ने कल एक लेटर लिखा है वो भी बतौर सपा के विधायक के तौर पर।
दरअसल चीन के मुद्दे पर शिवपाल ने एक लेटर लिखा है और कहा है कि लद्दाख की गलवान घाटी में 20 भारतीय जवानों की शहादत के बाद अब समय आ गया है कि चीन को मुंहतोड़ जवाब मिले और उसे ना केवल सामरिक बल्कि आर्थिक मोर्चे पर भी माकूल जवाब दिया जाए। मैं आप सभी साथियों से आह्वान करता हूं कि चीनी उत्पाद के बहिष्कार को लेकर जन जागरण में अपना योगदान दें।
सबसे अहम बात यह है कि उन्होंने जो लेटर हेड का इस्तेमाल किया है उसमें उन्होंने अपने आपको बतौर सपा का विधायक बताया है। इससे पहले उन्होंने जो भी फैसले लिए है उसमें प्रसपा का लेटर हेड का ही प्रयोग होता रहा है। अब जब शिवपाल ने भी मान लिया है कि वो सपा के ही विधायक है तो राजनीतिक गलियारों में कहा जा रहा है कि बहुत जल्द अखिलेश-शिवपाल एक साथ नजर आ सकते हैं।