मुंबई। यूपी का गैंगस्टर विकास दुबे के एनकाउंटर के बाद अब उसके करीबियों पर भी शिकंजा कसता जा रहा है। महाराष्ट्र एटीएस प्रमुख और एनकाउंटर स्पेशलिस्ट दया नायक ने विकास के दो गुर्गों को ठाणे से गिरफ्तार किया है। ये दोनों 2 जुलाई को कानपुर के बिकरु गांव में 8 पुलिसवालों की हत्या के मामले में फरार चल रहे थे।
गिरफ्तार अभियुक्तों की पहचान अरविंद उर्फ गुड्डन रामविलास त्रिवेदी और सुशील कुमार उर्फ सोनू तिवारी के रूप में हुई है। गुड्डन त्रिवेदी के बारे में कहा जाता है कि यह राजनीति में सक्रिय था और इसने विकास की कई बड़े नेताओं से मुलाकात करवाई थी।
ऐसे महाराष्ट्र एटीएस के हत्थे चढ़े दोनों
महाराष्ट्र एटीएस के अनुसार, एटीस की जुहू यूनिट को मुंबई और ठाणे में विकास के कुछ करीबियों के छिपे होने की जानकारी मिली। इसके बाद पुलिस इंस्पेक्टर और एनकाउंटर स्पेशलिस्ट दया नायक के नेतृत्व में एक टीम गठित की गई। इस टीम ने शनिवार सुबह ठाणे के कोलशेत रोड पर एक घर पर छापा मारा। यहां गुड्डन त्रिवेदी और उसके ड्राइवर सोनू तिवारी को गिरफ्तार किया है। 46 वर्षीय त्रिवेदी पर भी 2001 में यूपी के राज्यमंत्री संतोष शुक्ल की हत्या की साजिश का आरोप था।
ग्वालियर से भी दो सहयोगी पकड़े गए
इससे पहले पुलिस ने ग्वालियर से दो लोगों को गिरफ्तार किया है। इन दोनों पर विकास के सहयोगी शशिकांत पांडेय और शिवम दुबे की मदद करने का आरोप है। गिरफ्तार किए गए लोगों का नाम ओम प्रकाश पांडेय और अनिल पांडेय हैं। ग्वालियर पुलिस ने अभी इसकी पुष्टि नहीं की है। विकास के ये दोनों सहयोगी फरार चल रहे हैं।