एल्बम ‘मैं इतनी सुंदर हूं, मैं क्या करूं?’ की ट्रोलिंग से हुईं थी परेशान

एक्ट्रेस अशनूर कौर, जो आज के समय की एक जानी-मानी सोशल मीडिया पर्सनालिटी भी हैं, ने अपने करियर में कई उतार-चढ़ाव देखे हैं। खासकर सोशल मीडिया ट्रोलिंग ने उन्हें गहरे तक प्रभावित किया। कुछ साल पहले जब उनके एल्बम – मैं इतनी सुंदर हूं, मैं क्या करूं? पर जमकर ट्रोलिंग हुई, तो वो पल उनके लिए बेहद मुश्किल भरा था।

हाल ही में दैनिक भास्कर के साथ एक खास बातचीत में, अशनूर ने अपने ट्रोलिंग के एक्सपीरियंस को शेयर किया। बातचीत के दौरान, उन्होंने बॉलीवुड में अपनी सीमित फिल्मों के चुनाव और बोल्ड सीन और किसिंग सीन से परहेज करने के बारे में भी खुलकर बात की।

क्या आपको लगता है कि ट्रोलिंग के अनुभव को बदलने में कोई खास घटना या सोच मददगार रही?

मेरे लिए ट्रोलिंग का पहला अनुभव तब हुआ जब मेरा गाना – मैं इतनी सुंदर हूं, मैं क्या करूं? आया। उस पर काफी मीम्स बने, और उस समय मैंने असल में ट्रोलिंग का सामना किया। मैंने अपने गाने के को-स्टार मिलिंद को कॉल किया और पूछा कि ये सब क्या हो रहा है। उस वक्त मुझे बहुत बुरा लगा, क्योंकि ट्रोलिंग गाने के बारे में थी, लेकिन मैं उस गाने का चेहरा थी।

धीरे-धीरे मैंने इसे पॉजिटिव नजरिए से देखना शुरू किया। मैंने समझा कि यह पॉपुलैरिटी का एक अलग तरीका है; लोग गाने के बारे में बात कर रहे थे, मुझ पर पर्सनल टिप्पणी नहीं कर रहे थे। इसलिए मैंने इसे ज्यादा गंभीरता से लेना छोड़ दिया।

सोशल मीडिया पर शुरुआती ट्रोलिंग से कैसे डील किया?

जब मैंने सोशल मीडिया जॉइन किया, तो सब कुछ नया था, और मैं टीनेज में थी, इसलिए पब्लिक की नजरों में रहने से कभी-कभी नेगेटिव कमेंट्स पढ़कर बुरा लगता था। मेरे पेरेंट्स का सपोर्ट मिला, जिन्होंने समझाया कि फेम के साथ ट्रोलिंग नार्मल है। जैसे-जैसे मैं बड़ी हुई, मुझे पता चला कि बड़े स्टार्स भी ट्रोलिंग का सामना करते हैं। मैंने ट्रोलर्स को नजरअंदाज करने का फैसला किया। अब उन्हें ब्लॉक कर देती हूं। दरअसल, मेरे फैंस खुद ही इन ट्रोलर्स का सामना कर लेते हैं, इसलिए मुझे चिंता नहीं है।

तापसी पन्नू के साथ ‘मनमर्जियां’ और रणबीर कपूर के साथ ‘संजू’ में काम करने के बाद, आपने बॉलीवुड में ज्यादा काम नहीं किया।

मेरे बॉलीवुड अनुभव की शुरुआत बहुत अच्छी रही। मैंने तापसी पन्नू और रणबीर कपूर जैसे टैलेंटेड एक्टर्स के साथ काम किया, जिन्होंने मुझे बहुत कुछ सिखाया। राजकुमार हिरानी और अनुराग कश्यप जैसे डायरेक्टर्स के साथ काम करना एक सपना था। मैं हमेशा हर मीडियम के लिए ओपन रही हूं, लेकिन मैंने अपना ब्रेक इसलिए लिया क्योंकि मैं अपनी पढ़ाई पूरी करना चाहती थी। स्कूल में एक्टिंग के कारण समय नहीं मिल पाता था, इसलिए मैंने कॉलेज का अनुभव लेना जरूरी समझा और डेली सोप या लॉन्ग टर्म प्रोजेक्ट्स से दूरी बनाई।

क्या आपको छोटे रोल्स, जैसे बहन के किरदार, ही ऑफर हो रहे थे?

हां, कई बार बड़े प्रोजेक्ट्स के ऑफर्स आए जिनमें भाई-बहन या बेटी का किरदार था, लेकिन मैंने वो रोल्स नहीं लिए। मैं सिर्फ बड़े प्रोजेक्ट का हिस्सा बनकर सुंदर दिखना नहीं चाहती, बल्कि ऐसे किरदार निभाना चाहती हूं जो कहानी में योगदान दें और ऑडियंस पर असर छोड़ें। मेरे लिए रोल का महत्व है, न कि बस बड़े प्रोजेक्ट का हिस्सा बनना। मैंने सोचा कि सिर्फ छोटे रोल्स में रहकर संतुष्ट हो जाने से मुझे वो परफॉर्मेंस का मौका नहीं मिलेगा जिसकी मैं तलाश कर रही हूं।

क्या आपने बोल्ड सीन और किसिंग सीन से परहेज किया है?

हां, मैंने अपनी एक सीमा तय की है। मैं अपनी उम्र के हिसाब से ही रोल्स करना पसंद करती हूं। जब मैंने टीवी से ब्रेक लिया, तो उस समय मुझे एक शादीशुदा महिला का किरदार निभाना पड़ा, जो मुझे उस उम्र में सही नहीं लगा। मैं अपने मम्मा-पापा का बहुत आदर करती हूं, इसलिए रोल्स चुनते वक्त उनकी इमोशंस का भी ध्यान रखती हूं।

मैं एक एक्टर के तौर पर खुद को बैलेंस में रखना जरूरी मानती हूं। मैंने अपने लिए क्लियर बॉउंड्री रखी हैं और उन्हें फॉलो करने की पूरी कोशिश करती हूं ।

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