नई दिल्ली। भारतीय टीम के पूर्व मुख्य चयनकर्ता एमएसके प्रसाद का मानना है कि अगर ऑस्ट्रेलिया दौरे के लिए 26 खिलाड़ियों के स्क्वाड को भेजा जाता है, तो यह सही फैसला होगा। भारतीय टीम को इस साल के अंत में अहम टेस्ट सीरीज के लिए ऑस्ट्रेलिया का दौरा करना है। कोरोनावायरस के खतरे को देखते हुए एमएसके प्रसाद ने यह सुझाव दिया है।
एमएसके प्रसाद ने भारतीय टीम के ऑस्ट्रेलिया दौरे को लेकर कहा, “कोई खिलाड़ी अगर कोरोना पॉजिटिव आता है, तो वो उस स्क्वाड से रिप्लेसमेंट को चुन सकते हैं, जिन्होंने जरूरी क्वारंटीन पीरियड को पूरा कर रखा हो। हम नेट बॉलर्स के ऊपर विश्वास नहीं दिखा सकते। खिलाड़ियों की सुरक्षा को देखते हुए ज्यादा खिलाड़ियों के साथ जाना एक बेहतर विकल्प है। सभी खिलाड़ी वैसे भी बायो-सिक्योर माहौल में रहने वाले हैं, जोकि काफी सेफ है।
हालांकि कोरोना वायरस के कारण भारत में काफी समय से किसी भी प्रकार की क्रिकेट नहीं हुई है। उस दौरे के लिए भारतीय टीम का चयन करना चयनकर्ताओं के लिए बिल्कुल भी आसान नहीं होने वाला है। वो उम्मीद कर रहे होंगे कि सितंबर में आईपीएल होने की उम्मीद है और उसी को देखते हुए कम से कम सीमित ओवरों की क्रिकेट के लिए टीम का चयन किया जा सकता है।
एमएसके प्रसाद को लगता है कि बड़े स्क्वाड के जाने से भारतीय टीम के मैनेजमेंट को युवा खिलाड़ियों को टेस्ट करने का मौका मिलेगा। उनके पास सीनियर खिलाड़ियों के साथ ड्रेसिंग रूम शेयर करने और अभ्यास करने के लिए ज्यादा मौका मिलेगा।
उन्होंने कहा हमारे मुख्य गेंदबाजों को भी फ्रेश बल्लेबाजों को गेंदबाजी करने का मौका मिलेगा। उदाहरण के तौर पर श्रेयस अय्यर आक्रामक हैं, तो वो अलग स्किल्स दिखा सकते हैं, जोकि शायद ऑस्ट्रेलियाई खिलाड़ी दिखाए। खलील अहमद की मौजूदगी टीम को मिचेल स्टार्क को खेलने में आसानी होगी।
कोरोना वायरस के बाद से भारतीय टीम ने अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट नहीं खेला है और शायद ऑस्ट्रेलिया दौरा भारत की पहली सीरीज हो सकती है। ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ भारत को टी20, टेस्ट और वनडे सीरीज खेलनी है। टेस्ट सीरीज आईसीसी टेस्ट चैंपियनशिप के तहत खेली जानी है, जोकि काफी अहम होने वाली है।