नई दिल्ली। ऑल इंडिया मजलिए-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन नेता और हैदराबाद से सांसद असदुद्दीन ओवैसी इन दिनों काफी सुर्खियों में है और मोदी सरकार पर लगातार निशाना साध रहे हैं।
उन्होंने एक बार बड़ा आरोप लगाया है और कहा है कि देश में मुसलमानों को शिक्षा से दूर रखा जा रहा है। इस दौरान ओवैसी ने सरकारी आंकड़े का सहारा लेते हुए कहा कि देश में आज भी 1.80 लाख मुसलमान उच्च शिक्षा से दूर हैं।
ऐसे में उन्होंने सरकार से बड़ा सवाल पूछा है किआखिर देश में अल्पसंख्यकों को शिक्षा में कम मौके क्यों हैं? एआईएमआईएम नेता यहीं नहीं रूके उन्होंने सरकार पर देश के बहुलतावाद को खत्म करने का आरोप भी लगाया।
इस दौरान ओवैसी ने यूसीसी को लेकर बड़ा बयान दिया है। उन्होंने कहा कि कई देशों में अलग-अलग कानून है। उन्होंने सिंगापुर और इजरायल का नाम लेकर कहा कि इन देशों में मुस्लिम पर्सनल लॉ है। वहीं पीएम मोदी की डिग्री विवाद पर इशारों में ओवेसी ने तंज किया है।
उन्होंने कहा कि सौभाग्य से मैंने लंदन में पढ़ाई की है और मेरे पास दिखाने के लिए डिग्री भी है। ओवैसी ने कहा, स्कॉटलैंड और इंग्लैंड में अपराध से निपटने के लिए अलग-अलग कानून हैं।
अमेरिका के हर राज्य में अपना अलग कानून है। ओवैसी ने कहा, हाल ही में आया सरकार का डेटा बताता है कि 2020-2021 में 1 लाख 80 हजार मुस्लिम उच्च शिक्षा से वंचित रहे. उन्होंने कहा कि तेलंगाना को छोडक़र अधिकांश राज्यों में मुस्लिम युवाओं की उच्च शिक्षा में दर घटी ह। इस सरकार ने क्या किया।
ओवैसी इन दिनों सरकार पर लगातार हमला बोल रहे हैं। दरअसल लोकसभा चुनाव को देखते हुए वोट बैंक की सियासत पर इस वक्त पूरा जोर दिया जा रहा है। इतना ही नहीं देश की सभी पार्टी लोकसभा चुनाव को देखते हुए वोट बैंक पर पूरा ध्यान दे रही है।