बॉलीवुड की दुनिया से एक और दुखद खबर मिली है। मशहूर संगीतकार वाजिद खान का निधन हो गया है। उनके निधन से फिल्म इंडस्ट्री के साथ लखनऊ के कलाकारों में शोक की लहर दौड़ गई है। साजिद-वाजिद की जोड़ी के रूप में मशहूर वाजिद खान को लेकर हस्तियों से लेकर उनके समर्थक तक शोक जाहिर कर रहे हैं। मूलतः सहारनपुर के रहने वाले वाजिद खान लखनऊ में भी आना जाना लगा रहता था। फिल्मों के प्रमोशन के साथ रियल्टी शो सारेगामापा के प्रमोशन के लिए भी l
कंपोजर, सिंगर अनुपमा राग ने बताया कि मेरा करियर ही वाजिद खान के साथ शुरू हुआ। फिल्म मिले ना मिले हम में मैंने और राहत फतेह अली खान ने उनका कंपोज किया हुआ गीत नजर से नजर मिलाओ… गया था। उसके बाद एक दो गीत और उनके साथ रिकॉर्ड किए। वो जब भी लखनऊ आते , मुझसे ज़रूर मिलते। यहां की तहजीब और चिकनकारी बहुत पसंद थी। वो अक्सर अपने और अपने परिवार के लिए चिकन के सूट ले जाया करता थे। वो कहते थे कि यहां पर संगीत की समझ रखने वाले बहुत से लोग है। यहां की तहजीब और बोली में जो मिठास है वो कहीं और नहीं।
यहां की गलियों में कितना सुकून हैं। मै जब भी यहां आता हूं, यहीं रुक जाना चाहता हूं। लेकिन काम इसकी इजाज़त नहीं देता … ये बात वाजिद खान ने साल 2018 में लखनऊ के लिए कही थी। वो एक टीवी शो के प्रमोशन के लिए शहर आए थे। सोमवार सुबह उनके निधन की खबर मिलते ही लखनऊ शोकमग्न हो गया। सोशल मीडिया पे उन्हें शहर की कई जानी मानी हस्तियों ने श्रद्धांजलि दी।
जानी मानी गायिका अनुपमा राग बताती हैं कि उन्होंने अपने कॅरियर का दूसरा गाना वाजिद खान के साथ गाया था। अनुपमा कहती हैं कि वाजिद हमेशा नई प्रतिभाओं को मौका देते थे। वो बढ़िया कम्पोज़र तो थे ही, बेहतरीन इंसान भी थे। अनुपमा बताती हैं कि वो जब भी शहर आते तो हम लोग मिलते, बाते करते। वाजिद को लखनऊ घूमना बहुत पसंद था। खास तौर से यहां का खाना।
जानी मानी लोक गायिका मालिनी अवस्थी ने सोशल मीडिया पे वाजिद खान को श्रद्धांजलि दी। उन्होंने लिखा कि ज़िन्दगी के बारे में कुछ नहीं कहा जा सकता। मुझे यकीन नहीं हो रहा कि 43 साल की उम्र में वाजिद ने दुनिया छोड़ दी। रंगकर्मी सीमा मोदी ने भी वाजिद खान के निधन पे दुख जताया। उन्होंने कहा कि ये समय वाकई बुरा है। फिल्म जगत की की प्रतिभाएं हमसे बिछड़ गईं।