नई दिल्ली। आज कारगिल विजय दिवस के 21 वर्ष पूरे हो गए हैं। वर्ष 1999 में आज ही के दिन भारतीय सेना ने पाकिस्तान से कारगिल युद्ध में जीत हासिल की थी। पाकिस्तान के साथ कारगिल युद्ध में शहीद हुए जवानों को आज रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, सीडीएस और तीनों सेना के प्रमुख ने दिल्ली के नेशनल वॉर मेमोरियल में श्रद्धांजलि दी। बता दें कि भारत में विजय दिवस कारगिल युद्ध में शहीद हुए जवानों के सम्मान में पूरे भारत में मनाया जाता है।
जानकारी के लिए आपको बता दें कि आज से ठीक 21 साल पहले 26 जुलाई को भारतीय सेना (इंडियन आर्मी) ने ऐसा शौर्य और पराक्रम दिखाया था जिसका इतिहास में कोई मुकाबला नहीं है। कारगिल की चोटियों पर दुश्मन ने कब्जा कर लिया था। लेकिन भारतीय सेना ने पाकिस्तान के सैनिकों को मारकर उन पहाड़ों की चोटियों पर अपना कब्जा कर लिया था। फिर 18 हजार फीट की ऊंचाई पर तिरंगा लहराने के लिए भारतीय सेना के शूरवीरों ने ऑपरेशन विजय का इतिहास रचा दिया।
यह कब्जा करना कितना मुश्किल रहा होगा, हम और आप सिर्फ अंदाजा ही लगा सकते हैं। इसीलिए आज के दिन पूरा देश उन अमर जवानों को सलाम कह रहा है जो कारगिल में शहीद हुए थे। देश में आज विजय दिवस मनाया जा रहा है। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, पाकिस्तान के परवेज मुशर्रफ ने अक्टूबर 1998 में कारगिल प्लान को मंजूरी दी थी।
पाकिस्तान को लगा होगा कि ऊंची चोटी पर कब्जे के बाद ये इलाका हमेशा के लिए उनका हो जाएगा लेकिन। लेकिन, भारतीय सेना के साहस का उन्हें अंदाजा नहीं था। भारतीय वायुसेना ने पाकिस्तान के खिलाफ तब मिग-27 और मिग-29 लड़ाकू विमानों का इस्तेमाल किया गया लेकिन बोफोर्स तोप के गोलों ने पाकिस्तान को हराने में बहुत अहम भूमिका निभाई थी।