कर्ज में डूबे किसान घुटन में जीने को मजबूर, बेराेजगार आत्महत्या कर रहे

लखनऊ। बसपा प्रमुख मायावती ने कहा कि, देश कर्ज में डूब गया है। किसान कर्ज की वजह से घुटन का जीवन जीने को मजबूर है। किसानों द्वारा आत्महत्या की खबरें विचलित करती हैं। अब तो बेरोजगार युवाओं ने भी आत्महत्या करने की विवशता ने राष्ट्रीय चिंता, बेचैनी और आक्रोश को बढ़ा दिया है। फिर विकास और इण्डिया शाइनिंग जैसा भाजपा का दावा का कितना उचित है?

भाजपा के लोग अपनी संकीर्ण सोच और मानसिकता को त्यागें तभी देश का कुछ भला संभव है। संसद में भी बेरोजगारी की ज्वलंत राष्ट्रीय समस्या से इंकार करना इनकी यह गलत और अहंकारी सोच नहीं तो और क्या है?

मायावती ने सोशल मीडिया पर उठाया मुद्दा
“कर्ज में डूबी घुटन का जीवन जीने को मजबूर किसानों द्वारा आत्महत्या की खबरें विचलित करती हैं, किन्तु अब बेरोजगार युवाओं द्वारा भी आत्महत्या करने की विवशता ने राष्ट्रीय चिंता, बेचैनी व आक्रोश को और बढ़ा दिया है। फिर भी विकास और इण्डिया शाइनिंग आदि जैसा भाजपा का दावा कितना उचित?”

” साथ ही, भाजपा द्वारा संसद में भी बेरोजगारी की ज्वलन्त राष्ट्रीय समस्या से इंकार करना इनकी यह गलत व अहंकारी सोच नहीं है तो और क्या है? कौन युवा बेरोजगारी का ताना और अपमान सहना चाहता है? भाजपा के लोग अपनी संकीर्ण सोच और मानसिकता को त्यागें तभी देश का कुछ भला संभव।”

सोशल मीडिया पर मायावती का पोस्ट

मायावती के ताजा ट्वीट।
मायावती के ताजा ट्वीट।

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