मणिपुर को लेकर कांग्रेस ने एक बार फिर पीएम मोदी पर हमला बोला है। कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने कहा कि अगले तीन दिनों तक हम नॉन-बायोलॉजिकल प्रधानमंत्री के ताबड़तोड़ झूठ और अमर्यादित प्रचार अभियान से बचे रहेंगे। वह एक बार फ़िर से विदेश यात्रा के लिए निकले हैं, जहां वह किसी तरह की शासन कला या बड़प्पन का परिचय देने के बजाय घरेलू राजनीतिक लाभ लेने का प्रयास करेंगे। लेकिन मोदी जी लगातार उस अशांत राज्य मणिपुर का दौरा करने से क्यों इंकार कर रहे हैं जहां के लोग मई 2023 से दुःख और तकलीफ़ झेलने को मजबूर हैं और पूरी तरह से टूट गए हैं।
उन्होंने आगे कहा कि उनका वहां जाने से इंकार करना समझ से परे है। मणिपुर के लोग निश्चित रूप से प्रधानमंत्री की ऐसी यात्रा के हकदार हैं। भ्रमण कर रहे हैं भरपूर, नहीं जा रहे मणिपुर!
मणिपुर-असम सीमा पर जिरी नदी और बराक नदी के संगम के पास तीन शव बरामद किए गए हैं। अधिकारियों ने बताया कि ऐसा संदेह है बरामद हुए ये तीन शव जिरीबाम जिले से लापता छह लोगों में से ही हैं।
गौरतलब है कि मणिपुर में ताजा हमलों और बिगड़ती कानून व्यवस्था को देखते हुए केंद्र सरकार ने एक बड़ा कदम उठाया है। केंद्र ने मणिपुर के 5 जिलों- इम्फाल पश्चिम, इम्फाल पूर्व, जिरीबाम, कांगपोकपाई और बिष्णुपुर के 6 पुलिस स्टेशनों को AFSPA के तहत ‘अशांत क्षेत्र’ घोषित किया है।यानी कि इन इलाकों में अब फिर से AFSPA लागू कर दिया गया है. बता दें कि इन क्षेत्रों को 1 अक्टूबर, 2024 से छह महीने के लिए जारी AFSPA अधिसूचना से बाहर कर दिया था।
कांग्रेस मणिपुर का दौरा न करने के लिए प्रधानमंत्री मोदी पर निशाना साधती रही है और उसने राज्य में स्थिति को संभालने में नाकामी को लेकर भी केंद्र सरकार की आलोचना की है। मणिपुर में पिछले साल मई से मेइती और कुकी समुदायों के बीच जातीय हिंसा में 200 से अधिक लोग मारे जा चुके हैं।