नई दिल्ली । राज्यसभा सदस्य और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता प्रमोद तिवारी ने भाजपा सांसद संबित पात्रा के संसद में की गई उस टिप्पणी पर घोर आपत्ति जताई जिसमें उन्होंने लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी पर देशद्रोह का आरोप लगाया था।
अपनी मांगों को लेकर दिल्ली की तरफ कूच कर रहे किसानों और उनको रोकने के लिए प्रशासन की तरफ से लगाई गई बैरिकेडिंग को लेकर कांग्रेस नेता प्रमोद तिवारी ने कहा, यह सरकार की क्रूरता है। जब तीन साल पहले करीब 700 किसानों की शहादत हुई थी, तब उन्होंने खुद ही समझौता किया था। न्यूनतम समर्थन मूल्य के लिए पीएम मोदी के नेतृत्व में भारत सरकार के कृषि मंत्री एवं किसानों के बीच समझौता हुआ था। लेकिन अगर वो आज मुखर रहे हैं, तो वो विश्वासघात है।
भाजपा प्रवक्ता संबित पात्रा के राहुल गांधी को देशद्रोही बोलने और देश का नैरेटिव खराब करने के सवाल पर प्रमोद तिवारी ने कहा, जिन्होंने अंग्रेजों की मुखबिरी की और अंग्रेजों की फौज में भर्ती होने का पत्र लिख रहे थे, उन्ही संगठनों के राजनीतिक दल भाजपा के सदस्य संबित पात्रा ने ये घटिया आरोप लगाया है। वो याद कर लें कि देशद्रोह करने का काम भाजपा के मातृ संगठन ने किया था। राहुल गांधी के परिवार ने देश के लिए अपनी कुर्बानी दी। उनके खून में देश के लिए कुछ कर गुजरने की तमन्ना है। ऐसे में मैं संबित पात्रा के इस बयान की कठोरता से निंदा करता हूं।
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के संभल और बांग्लादेश के हालात पर 500 साल पहले बाबर के समय से तुलना करने पर कांग्रेस नेता ने कहा, भाजपा डीएनए पर नहीं जाए। वरना आजादी के समय या उससे पहले जो किया, कहीं डीएनए टेस्ट हो तो भाजपा का डीएनए ही बाबर और औरंगजेब से नहीं निकाल आए। वो इसका ध्यान रखे और डीएनए टेस्ट जैसी बात नहीं करे।
–आईएएनएस