कांग्रेस से सुनील जाखड़ और केवी थामस को किया जा सकता है निष्‍कासित, कार्रवाई शुरू

नई दिल्ली। पंजाब कांग्रेस के पूर्व प्रमुख सुनील जाखड़ और कांग्रेस नेता के वी थॉमस के खिलाफ पार्टी लाइन के खिलाफ जाने के लिए अनुशासनात्मक कार्रवाई शुरू करेगी। मंगलवार को कांग्रेस सूत्रों ने यह जानकारी दी। सूत्रों के मुताबिक, पार्टी की ओर  कड़ा संदेश देने पर दोनों नेताओं को छह साल तक के लिए निष्कासित किया जा सकता है। अनुशासनहीनता की शिकायत पर सुनील जाखड़ और केरल कांग्रेस नेता केवी थामस को कारण बताओ नोटिस जारी कर एक सप्ताह के भीतर जवाब देने को कहा गया है।

सुनील जाखड़ ने पार्टी की केंद्रीय अनुशासन समिति द्वारा उन्हें जारी कारण बताओ नोटिस का जवाब नहीं दिया है। सुनील जाखड़ पर पार्टी विरोधी बयानबाजी का आरोप है क्योंकि उन्होंने 14 फरवरी को पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी की आलोचना की थी। हाल ही में विधानसभा चुनावों में कांग्रेस की हार के बाद चन्‍नी को पार्टी के लिए एक बोझ करार दिया था। हालांकि, थामस ने अपना स्पष्टीकरण पार्टी के केंद्रीय अनुशासन पैनल को भेज दिया है।

थामस ने कन्नूर में माकपा द्वारा आयोजित एक संगोष्ठी में भाग लिया था, जहां उन्होंने कथित तौर पर मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन की प्रशंसा की थी। पैनल को अपने जवाब में पूर्व केंद्रीय मंत्री ने दावा किया है कि वह केरल कांग्रेस इकाई में गुटबाजी का शिकार रहे हैं और पार्टी नेताओं द्वारा उनके साथ भेदभाव किया गया है।

केरल के मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन की प्रशंसा करने के लिए उन पर लगे आरोपों का जवाब देते हुए कांग्रेस नेता ने स्पष्ट किया कि उनका बयान केरल रेल विकास निगम (के-रेल) के बारे में था। उन्होंने कहा कि उन्होंने राज्य सरकार द्वारा शुरू की जा रही विकास परियोजनाओं से राजनीति को अलग करने की कोशिश की।

यह उल्लेख करना उचित होगा कि कांग्रेस की अनुशासन समिति की अगले 72 घंटों में बैठक होने की उम्मीद है, ताकि पार्टी के वरिष्ठ नेताओं के खिलाफ शिकायतों के आलोक में उनके भाग्य का फैसला किया जा सके।

जवाब की समय सीमा समाप्त होने के बाद कांग्रेस अनुशासन समिति के सदस्य तारिक अनवर ने कहा कि केवी थामस का पत्र आया है लेकिन सुनील जाखड़ के जवाब का अभी भी इंतजार है। जल्द ही अनुशासन समिति की एक बैठक बुलाई जाएगी जिसमें कार्रवाई पर फैसला लिया जाएगा।

वरिष्ठ नेता एके एंटनी कांग्रेस की केंद्रीय अनुशासन समिति के अध्यक्ष हैं। सुनील जाखड़ के करीबी सूत्रों ने बताया कि पार्टी की ओर से जारी कारण बताओ नोटिस गैरजरूरी है। जाखड़ नोटिस पर वापस नहीं आएंगे क्योंकि वह एक सक्रिय राजनेता नहीं हैं और कार्रवाई का सामना करने के लिए तैयार हैं।

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