लखनऊ। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कानपुर में बदमाश विकास दुबे के साथ मुठभेड़ में शहीद हुए पुलिसकर्मियों को अपनी श्रद्घाजंलि दी है। साथ ही इस मामले में डीजीपी हितेश चंद्र अवस्थी से तत्काल मौके की रिपोर्ट तलब की है।
मुख्यमंत्री कार्यालय से आज जारी हुए बयान में कहा गया, “कानपुर में कर्तव्यपालन के दौरान अपने प्राणों की आहुति देने वाले 8 पुलिस कर्मियों को मुख्यमंत्री ने भावभीनी श्रद्घाजंलि दी है। उन्होंने पुलिस महानिदेशक से इस दुर्दांत घटना को अंजाम देने वाले अपराधियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई के आदेश दिए हैं।”
मुख्यमंत्री के निर्देश पर हरकत में आ चुकीं पुलिस की एक दर्जन टीमें विकास दुबे को गिरफ्तार करने के लिए ताबड़तोड़ दबिश दे रही हैं।
कानपुर में तड़के कुख्यात बदमाश विकास दुबे के गांव में दबिश देने गई पुलिस की टीम पर विकास ने अपने साथियों के साथ हमला बोला था, जिसमें सीओ बिठूर देवेंद्र कुमार मिश्र सहित आठ पुलिसकर्मी शहीद हो गए हैं। मुख्यमंत्री के निर्देश के बाद अभियान और तेज कर दिया गया है। इस मिशन में एसटीएफ को भी लगाया गया है।
उत्तर प्रदेश के पुलिस पुलिस महानिदेशक एचसी अवस्थी ने कहा, “हिस्ट्रीशीटर विकास दुबे के खिलाफ करीब 60 मुकदमे दर्ज हैं। इसके अलावा आईपीसी की धारा 307 (हत्या का प्रयास) के तहत मामला दर्ज था। पुलिस इसी सिलसिले में उसे पकड़ने के लिए गई थी। बदमाशों ने मार्ग पर जेसीबी रख दी थी, जिससे मार्ग बाधित हो गया था। पुलिस टीम के वहां रुकते ही उन्होंने ऊंचाई से उनपर फोयरिंग शुरू कर दी। पुलिस ने जवाबी फोयरिंग भी की।
इस घटना में 8 पुलिस कर्मी शहीद हुए हैं। इसमें 1 सीओ, तीन सब इंस्पेक्टर के अलावा अन्य कांटस्टेबल भी शामिल हैं। इसके अलावा 7 लोग घायल हुए हैं। ऑपरेशन अभी जारी है। हमलावर बदमाशों की तलाश में उत्तर प्रदेश एसटीएफ को लगाया गया है। एसटीएफ के आईजी भी मौके पर पहुंच रहे हैं। इन दुदार्ंत अपराधियों के खिलाफ बड़ा अभियान चलाया जा रहा है।”