कानपुर। बिकरु गांव में दो जुलाई की रात सीओ समेत आठ पुलिस वालों की हत्या कर दी गई थी। इस कांड के मुख्य आरोपी विकास दुबे को 10 जुलाई की सुबह एनकाउंटर में ढेर कर दिया गया। इससे 9 जुलाई की सुबह कानपुर में बिकरु गांव के रहने वाले 50 हजार के इनामी प्रभात का एनकाउंटर किया गया था।
लेकिन, उसकी उम्र को लेकर विवाद शुरू हो गया है। प्रभात के परिवार का कहना है कि, वह शूटआउट में शामिल नहीं था। वह नाबालिग था, लेकिन पुलिस ने उसकी हत्या कर दी। इस मामले में राज्य सरकार के शिक्षामंत्री डॉक्टर सतीश द्विवेदी ने कहा कि जो हत्या करेगा मुठभेड़ करेगा, अगर उसका एनकाउंटर हो रहा है तो गलत क्या है? परिवार को भी देखना चाहिए उनका बेटा कहां जा रहा है किसके साथ उठ बैठ रहा है।
गैंगस्टर के फरारी में भी किया सहयोग
बेसिक शिक्षा मंत्री डॉ. संतीश द्विवेदी ने कहा कि प्रभात आठ पुलिस वालों की हत्या में शामिल था। वह गैंगस्टर विकास दुबे की फरारी में भी शामिल था। ऐसे में जो हत्या करेगा, मुठभेड़ करेगा और एनकाउंटर अगर हो रहा है तो इसमें गलत क्या है? पुलिस अपने बचाव में अपराधियों को सबक सिखाएगी ही। उन्होंने कहा कि किसी दुर्दांत अपराधी के साथ अगर कोई नाबालिक भी साथ दे रहा है तो उसे अपराधी के नजर से देखना चाहिए। अपराधी अपराधी होता है न वह बालिग होता है न ही नाबालिग।
बहन ने कहा था- बिना गलती के मार दिया
प्रभात की बड़ी बहन हिमांशी ने दावा किया कि उसके पिता कभी भी विकास के पास उठते-बैठते नहीं थे। मेरे परिवार का कोई आपराधिक इतिहास नहीं है। भाई को तो पहले ही बिना गलती मार दिया। वह तो नाबालिग था। तीन-तीन बार घर की तलाशी ली गई। घर में कुछ नहीं मिला। हिमांशी ने प्रभात की हाईस्कूल परीक्षा यूपी बोर्ड-2018 की मार्कशीट बताई।
इसमें जन्मतिथि 27 मई 2004 दर्ज है। इसमें उसका नाम कार्तिकेय पुत्र राजेंद्र कुमार दर्ज है। आधार कार्ड में भी यही नाम और पता- ग्राम बिकरू पोस्ट कंजती जिला कानपुर नगर-209204 दर्ज है। वहीं, पुलिस ने प्रेस नोट में प्रभात उर्फ कार्तिकेय की उम्र 20 साल बताई थी।
इन परिस्थितियों में हुआ था एनकाउंटर
एसआई देवेंद्र और सिपाही सुनील कुमार प्रभात को लेकर आ रहे थे। कार का टायर पंक्चर होने पर नीचे उतरे। इसी दौरान मौका देखकर प्रभात ने सिपाही सुनील को मुक्का मारा और देवेंद्र की सरकारी पिस्टल छीनकर फायर करते हुए भागा। पीछे से आ रही एसटीएफ ने पीछा किया तो प्रभात ने फायरिंग की।
इसमें एसटीएफ के सिपाही विकास और सुनील घायल हो गए थे, जबकि एसआई अक्षय प्रवीर त्यागी की बुलेटप्रूफ जैकेट पर गोली लगी थी। जवाबी फायरिंग में प्रभात गोली लगने से जख्मी हुआ था। कल्याणपुर सीएचसी में डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया था। उसके कब्जे से 9 एमएम पिस्टल बरामद हुई थी।