कानपुर। कोरोना महामारी से निपटने के लिए देश में लॉक डाउन चल रहा है। इसके चलते रोजी रोटी के बंदोबस्त के लिए घरों से निकले प्रवासी भारी संख्या में जहां के तहां फंस गए हैं। अब इनका सब्र का बांध टूट गया है और सभी किसी भी हाल में अपने-अपने घरों को वापसी करने को मजबूर है। ऐसे में हादसे भी हो रहे हैं। इन हादसों को रोकने के लिए योगी सरकार ने प्रशासन को बसों से उन्हें घर भेजने की व्यवस्था की गई है लेकिन स्थिति अब भी संभलती नहीं दिख रही है। प्रवासियों में घर पहुंचने की जल्दबाजी और रास्ते की दुश्वारियां भी दिख रही हैं। नतीजतन अब हाईवे की सड़कों पर लम्बा जाम और प्रवासियों की भीड़ हंगामा करती देखी जा रही है।
ऐसा ही आलम कानपुर में शनिवार के बाद रविवार को भी देखने को मिला। यहां हाइवे पर ट्रकों व अन्य जोखिम भरे वाहनों से सफर को तय करने वालों को उन्नाव-कानपुर सीमा पर रोक दिया गया है जिससे यहां लगातार जाम व वाहनों से आ रहे प्रवासियों की भीड़ इकट्ठा हो गई। ऐसे में शारीरिक दूरी (सोशल डिस्टेंसिंग) को तार तार हो ही रही है, कोरोना संक्रमण का खतरा भी बढ़ रहा है। लेकिन हालात अब काबू नहीं हो रहे हैं। प्रवासियों से भरे ट्रक व अन्य वाहनों को उन्नाव सीमा पर रोके जाने के चलते रविवार भोर के समय से ही कानपुर-लखनऊ राष्ट्रीय राजमार्ग जाम हो गया।
वाहनों की लंबी कतारों के साथ फसे प्रवासियों ने अपने घर जाने की जिद करते हुए हंगामा शुरू कर दिया। सड़कों पर बैठकर प्रशासन व पुलिस के खिलाफ नारेबाजी की। इस दौरान आरोप लगाया कि कोई भी खाने की व्यवस्था नहीं है और हमें आगे घरों के लिए जाने भी नहीं दिया जा रहा है। ऐसे हालात में हम क्या करें। सरकार व प्रशासन के व्यवस्थाओं में खामियों के चलते रास्ते में ही हम दम तोड़ने को मजबूर हैं।
फिलहाल जाजमऊ गंगा पुल से लेकर कई किमी. तक फ्लाई ओवर में लंबा जाम लगा हुआ है और हजारों प्रवासी सड़क पर बैठकर घर वापस जाने को लेकर विरोध कर रहे हैं। इससे सबसे ज्यादा असर कानपुर-लखनऊ राष्ट्रीय राजमार्ग पर पड़ रहा है जो पिछले कई घंटे से जाम है और प्रवासी मजदूर स्थानीय लोगों के वाहनों को भी रोक रहे हैं यही नहीं समझाने आए पुलिसकर्मियोंं से बीपी की छोड़ो करते देखे जा रहे हैं फिलहाल कानपुर लखनऊ हाईवे पर प्रवासियों की भीड़ के चलते आवागमन बंंद है और प्रवासियों का हंगामा जारी है। कमोबेश यह हालात जिले के कानपुर-प्रयागराज व कानपुर-सागर राष्ट्रीय राजमार्ग पर भी देख रहे हैं। फिलहाल प्रशासन स्थिति से निपटने के दावे कर रहा है।
बताते चलें कि शुक्रवार को भी औरैया हादसे के बाद प्रदेशभर में जनपद की सीमाएं सील होने से कानपुर लखनऊ हाईवे पर जाम और प्रवासियों की भीड़ जमा हो गई थी। इससे सात घन्टे तक हाइवे जाम रहा था। हालात को देखते हुए जिलाधिकारी डॉ ब्रह्मदेव राम तिवारी व डीआईजी अनंत देव ने अधिकारियों के साथ मौके पर पहुंचकर बसों की व्यवस्था कराई और प्रवासियों को जोखिम भरे वाहनों से उतरवाते हुए उनके द्वारा परिवहन विभाग की बसों से गंतव्य को भेजा गया।