कानपुर पहुंचे CM योगी: बेटी के साथ छेड़छाड़ से परेशान महिला का हंगामा

कानपुर। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ इटावा के दौरे के बाद कानपुर पहुंच गए हैं। पुलिस लाइन मैदान में हेलीकॉप्टर से उतरने के बाद सर्किट हाउस पहुंचे। इसी दौरान बाहर मौजूद एक महिला ने योगी का काफिला गुजर जाने के बाद हंगामा किया। महिला का आरोप है कि उसकी बेटी के साथ आए दिन कुछ लोग छेड़छाड़ कर परेशान कर रहे हैं।

पुलिस कोई कार्रवाई नहीं कर रही है। फिलहाल महिला पुलिस ने उसे कवर करते हुए हिरासत में ले लिया है। वहीं सपा के कार्यकर्ताओं ने भी काला झंडा दिखाने का प्रयास किया लेकिन पुलिस ने उन्हें रोक दिया।

दरअसल, शनिवार जैसे ही योगी का काफिला सर्किट हाउस गेट के अंदर घुसा वैसे ही एक महिला अपनी बेटी के लिए न्याय मांगने पहुंच गई। उस महिला को पुलिस वालों ने बाहर ही रोक लिया पूछताछ करने लगे। पूछताछ में उस महिला ने पुलिस वालों पर ही 5 लाख रुपए लेकर अपनी बेटी के साथ छेड़छाड़ करने वालों को बचाने का आरोप लगाया। महिला ने यह भी बताया कि रिपोर्ट लिखने के लिए भी उसे नौबस्ता थाने के कई चक्कर लगाने पड़े थे।

आनन फानन में पुलिस ने महिला को हिरासत में लिया

हंगामा कर रही महिला ने जैसे ही आत्महत्या करने की धमकी दी तो वहां खड़े अधिकारियों के होश उड़ गए। पुलिस ने महिला को हिरासत में लेकर कैंट थाने भेज दिया गया। महिला की बेटी को उसके मोहल्ले के कुछ लड़के आए दिन छेड़ते हैं। नौबस्ता पुलिस के पास कई बार जाने पर भी कोई सुनवाई नहीं हुई।

महिला ने यह भी आरोप लगाया कि नौबस्ता पुलिस रात को मेरी बेटी से घर में पूछताछ करने आती है। पुलिस सिर्फ हम लोगों को ही परेशान करती है। जो आरोपी हैं उनसे पुलिस वालों ने पैसा ले कर केस को दबाने की कोशिश की है।

योगी ने कोविड कंट्रोल सेंटर पहुंचकर डॉक्टरों से की बातचीत

कोविड कंट्रोल सेंट्रल में पहुंचकर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भर्ती मरीजों की जानकारी किस तरह से ली जा रही है यह जाना। मरीजों को दी जाने वाली कॉल का आंकड़ा मांगा, जिसमे 90% कॉल किए जाने के आँकड़े सामने आये। 10% कम कॉल के बारे में मुख्यमंत्री को बताया गया कि बहुत से कोरोना के मरीज मोबाइल बन्द कर लेते हैं। उनसे बात नही हो पाती है।

समाजवादी पार्टी के कार्यकर्ताओं से पुलिस की झड़प भी हुई

योगी के दौरे पर समाजवादी पार्टी के शहर अध्यक्ष जहां पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया तो वही पार्टी के कार्यकर्ताओं ने योगी आदित्यनाथ को काले झंडे दिखाने का प्रयास किया। इस दैरान पुलिस ने उनको रोकने की कोशिश की।

माल रोड चौराहे पर सपा कार्यकर्ताओं ने मुख्यमंत्री को काले झंडे दिखाकर विरोध प्रदर्शन किया। प्रदर्शन करने वाले सपाइयों का कहना है कि कानपुर में ब्लैक फंगस के मरीजों को उपचार नहीं मिल रहा है। साथ ही, दवाओं का प्रोसेस बहुत टफ कर दिया गया है। जिसकी वजह से कानपुर और आसपास के जिलों में मरीज बिना इलाज के दम तोड़ रहे हैं।

मुख्यमंत्री को झूठी रिपोर्ट दी जा रही, पड़ोस के गांवों में कोरोना से मौतें

परगही बांगर में प्रधान पद के लिए उप विजेता रही श्वेता सिंह ने मुख्यमंत्री से मिलने का प्रयास किया लेकिन उसे मिलने नहीं दिया गया। सीएम को झूठी रिपोर्ट दी जा रही है। पड़ोस के गांव शिवा विहार में कोविड से 6 लोग मर गए। 50 से ज्यादा लोग संक्रमित हुए। गांव की सड़कें खराब हैं, नालियां बजबजा रही हैं और चौतरफा गंदगी है।

मुख्यमंत्री के दौरे से चंद मिनट पहले गांव की श्वेता सिंह ने मुख्यमंत्री को हकीकत बताने के लिए गांव की महिलाओं के साथ निकलीं। उन्होंने आरोप लगाया कि अफसर मुख्यमंत्री को गुमराह कर रहे हैं। परगही बांगर विकसित और साफ सुथरा गांव है। मुख्यमंत्री को गुमराह करने के लिए इसलिए इसे चुना गया है। मैं उन्हें हकीकत बताकर रहूंगी। पुलिस ने उन्हें जबरन हिरासत में लिया और थाने ले गयी।

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