गाजियाबाद। आवास-विकास की मंडोला विहार योजना में नई नीति से मुआवजा मांग रहे किसान 10वें दिन भी खोदी गई कब्र में अनशन पर बैठे रहे। प्रगतिशील समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष शिवपाल यादव ने शनिवार को मंडोला गांव पहुंचकर आंदोलनरत किसानों को समर्थन दिया।
उन्होंने कहा कि किसानों की मांग जायज है। इसके लिए वह मुख्यमंत्री से बात करेंगे। अनशन पर व्यवस्थाओं के संबंध में वह डीएम से भी मिलेंगे। बता दें कि इससे पहले शिवपाल यादव का गाजीपुर बॉर्डर पर किसानों ने स्वागत किया।
मंडोला विहार योजना के तहत साल-1998 में 6 गांव (मंडोला, नानू, मिलक बामला, अगरौला, नवादा और मकसूदाबाद) की 2614 एकड़ जमीन अधिग्रहित की गई थी। उस वक्त 1100 रुपये की दर से किसानों को मुआवजा दिया गया था। 2 दिसंबर 2016 को मंडोला समेत छह गांव के किसानों ने भूमि अधिग्रहण अधिनियम-2013 के तहत भूमि का मुआवजा देने की मांग को लेकर विरोध प्रदर्शन शुरू कर दिया। तब से किसानों का विभिन्न तरीकों से प्रदर्शन जारी है।
किसानों की हालत बिगड़ रही
16 सितंबर को किसान नेता मनवीर तेवतिया और नीरज त्यागी के नेतृत्व में 17 गड्ढे खोदकर किसान उसमें लेट-बैठ गए थे। 17 में से 8 किसान तभी से अनशन पर बैठे हुए हैं। अनशन का शनिवार को दसवां दिन था। किसान नेता नीरज त्यागी ने कहा कि अनशन पर बैठे किसानों की प्रशासन कोई सुध नहीं ले रहा है। उनकी हालत लगातार बिगड़ती जा रही है।