बिजनौर। किसान नेता राकेश टिकैत ने पिछले दिनों कहा था कि यदि हमारी फसलें बर्बाद हो जाती हैं, तब भी हम आंदोलन को जारी रखेंगे। उनके इस बयान के बाद अब बिजनौर के एक किसान ने अपनी फसल को ही बर्बाद कर दिया है। केंद्र सरकार की ओर से बनाए गए तीन नए कृषि कानूनों के खिलाफ विरोध दर्ज कराने के मकसद से किसान ने 6 बीघे में खड़ी अपनी गेहूं की फसल को बर्बाद कर दिया।
एक वीडियो वायरल हो रहा है, जिसमें बिजनौर की चांदपुर तहसील के कुलचाना गांव के सोहित अहलावत अपनी फसल पर ट्रैक्टर चलाते नजर आ रहे हैं। हाल ही में एक किसान महापंचायत के दौरान भारतीय किसान यूनियन के नेता राकेश टिकैत ने किसानों से अपील करते हुए कहा था कि वे आंदोलन को महत्व दें। इसके लिए यदि उन्हें अपनी फसल को बर्बाद करना पड़ता है तो करें।
फसल बर्बाद करने के वीडियो पर अब राकेश टिकैत की प्रतिक्रिया सामने आई है। राकेश टिकैत ने यूपी गेट पर किसानों को संबोधित करते हुए कहा था, ‘सरकार हमें ऐसी स्थिति में ले आई है, जहां किसानों को अपनी फसल बर्बाद करनी पड़ रही है। यह अच्छी स्थिति नहीं है। इस वीडियो को देखकर मुझे निजी तौर पर बहुत दुख हुआ है।
लेकिन एक सीजन की फसल को बर्बाद करने की जो मेरी बात थी, उसका यह मतलब नहीं था। इस तरह नुकसान करने का मतलब नहीं बनता है।’ फसल बर्बाद करने वाले किसान सोहित अहलावत ने कहा, ‘इन गैरजरूरी कानूनों को जब लागू कर दिया जाएगा तो किसानों को उनकी फसल की कीमत की कोई गारंटी नहीं मिलेगी।’
सोहित अहलवात ने कहा कि नए कृषि कानूनों को लागू होने के बाद किसानों को उनकी फसल की पेमेंट की गारंटी और सुरक्षा नहीं मिलेगी। ऐसे में जब हमारा उत्पीड़न ही किया जाना है तो फिर फसलों को क्यों उगाएं। हमने सरकार को बिजनौर से एक संदेश भेजने के लिए फसल को बर्बाद किया है।
सोहित अहलावत के पिता संजीव कुमार के नाम 40 बीघा खेती है। जो वीडियो वायरल हो रहा है, उसमें संजीव कुमार यह कहते हुए दिखते हैं, ‘आप मेरी गेहूं की खड़ी फसल देख सकते हैं। मैं इसे सभी के सामने बर्बाद कर रहा हूं। ऐसा इसलिए कर रहे हैं ताकि किसान आंदोलन का समर्थन किया जा सके। मैं इन काले कानूनों को लागू नहीं होने देना चाहता।’