नई दिल्ली। दिल्ली के सीमा पर चल रहे किसानों के आंदोलन को अब एक माह होने जा रहेे है। हालांकि सरकार इस आंदोलन को खत्म कराना चाहती है लेकिन अब तक कामयाब नहीं हो सकी।
इतना ही नहीं किसानों और सरकार के बीच कई बार बातचीत हो चुकी है लेकिन इसका कोई खास असर देखने को नहीं मिल रहा है। खुद पीएम मोदी ने कई बार नए कृषि कानूनों को सही बताया है।
हालांकि किसानों ने इस नए कृषि कानूनों को मानने से इनकार कर दिया है। दोनों के बीच कई बार बातचीत फेल हो गई लेकिन अब शनिवार को किसान यूनियनों अहम बैठक की और फैसला किया है कि 29 दिसंबर को सरकार से फिर बातचीत के लिए तैयार है।
बता दें कि सरकार ने एक बार फिर बातचीत का प्रस्ताव दिया है। इसके बाद किसानों संगठनों ने आगे की बातचीत पर सहमति बन गई है। संयुक्त किसान मोर्चा ने सरकार के प्रस्ताव पर बैठक के बाद कहा कि उन्होंने 29 दिसंबर को सुबह 11 बजे केंद्र के साथ वार्ता प्रस्तावित की है।
इधर, दिल्ली के टिकरी-सिंघु के साथ ही गाजीपुर बॉर्डर पर भी किसानों का धरना जारी है। कड़ाके की ठंड में भी इस आंदोलन में बड़ी संख्या में किसान जुड़ते जा रहे हैं। रेवाड़ी बॉर्डर पर भी बड़ी संख्या में किसान जमा हैं।