लखनऊ। बहुजन समाज पार्टी (बसपा) के सुप्रीमो मायावती ने शनिवार को उत्तर प्रदेश की भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) सरकार पर जबरदस्त प्रहार करते हुये एक के बाद चार ट्विट किये। मायावती ने अपने पहले ट्वीट में कहा कि बीजेपी द्वारा केवल रामराज्य की बात करने से यूपी की गरीब जनता का विकास एवं उत्थान आदि होने वाला नहीं है और न ही उन्हें जुल्म-ज्यादती से निजात ही मिलने वाला है बल्कि श्रीराम के उच्च आदर्शों पर चलकर सरकार चलाने से ही यह सब सम्भव हो सकता है, जिसपर यह सरकार चलती हुई नजर नहीं आ रही है।
उन्होंने दूसरे ट्वीट में कहा कि बीजेपी की जातिवादी कार्यशैली से दुःखी होकर अब उससे अलग होकर ब्राह्मण समाज के बीएसपी से जुड़ते हुये देख इन्हें यह कह रहे हैं कि तिलक, तराजू की बात करने वाले अब परशुराम की बात कर रहे हैं। लेकिन यह समाज काफी बुद्धिमान है। इनके बहकावे में नहीं आयेगा।
बसपा सुप्रीमो ने अपने तीसरे ट्वीट में कहा, ‘‘ जबकि जग-जाहिर तौर पर तिलक, तराजू आदि की बात बसपा ने कभी नहीं कही और ना ही बाबरी मस्जिद के स्थान पर कभी शौचालय बनाने की भी बात कही है। ये सब घृणित आरोप विरोधियों ने केवल बसपा को नुकसान पहुँचाने के लिए इन्हें जबरन हमारी पार्टी से जोड़ दिया है, जो अति-निन्दनीय।
उन्होंने अपने चौथे ट्वीट में कहा कि यदि इस आरोप में थोड़ी भी सत्यता होती तो फिर बसपा अपनी पिछली सरकार में खासकर ब्राह्मण समाज के विधायकों को बड़ी संख्या में मन्त्री व अन्य उच्च पदों पर क्यों रखती? वैसे यह समाज सब कुछ जानता है। वे बिल्कुल गुमराह नहीं होंगे। पार्टी को इन पर पूरा भरोसा।