नई दिल्ली। कन्फेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स कैट ने केंद्रीय वाणिज्य मंत्री पीयूष गोयल से राष्ट्रीय खिलौना नीति बनाने का आग्रह किया है। कैट ने देश में खिलौनों के उत्पादन को बढ़ाने तथा अंतरराष्ट्रीय बाजार में भारतीय खिलौनों की पैठ बनाने के प्रधानमंत्री के आह्वान के मद्देनजर गुरुवार को एक पत्र भेजकर गोयल से यह आग्रह किया है।
दरअसल प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गत 30 अगस्त को मन की बात कार्यक्रम में भारतीय खिलौना निर्माताओं से अच्छी क्वालिटी के खिलौने बनाने और खिलौनों के वैश्विक खिलौने बाजार में जगह बनाने का आह्वान किया था। दुनियाभर में करीब 7 लाख करोड़ रुपये का खिलौने का कारोबार होता है।
गोयल को भेजे पत्र में कैट के राष्ट्रीय महामंत्री प्रवीन खंडेलवाल ने प्रधानमंत्री के आह्वान की सराहना करते हुए कहा कि इससे ये साफ़ जाहिर है प्रधानमंत्री ने भारतीय खिलौना क्षेत्र को प्राथमिकता पर ले लिया है।
उन्होंने कहा कि निस्संदेह, भारतीय खिलौना क्षेत्र की विरासत, परंपरा, विविधता और युवा आबादी के साथ समृद्ध है, जो भारत में गुणवत्ता वाले उच्चतम मानकों के खिलौनों के उत्पादन करने में सक्षम है जो न केवल घरेलू बाजार की आवश्यकता को पूरा करने बल्कि अंतरराष्ट्रीय बाजार में एक प्रभावशाली हिस्सेदारी भी दर्ज कर सकता है।
खंडेलवाल ने कहा कि कैट के तत्वावधान में ट्वॉय एसोसिएशन ऑफ इंडिया ने प्रधानमंत्री मोदी के आह्वान और बाजार की चुनौतियों को स्वीकार करते हुए इसे अवसर में बदलने के लिए कमर कस ली है। कैट महामंत्री ने कहा कि इस लक्ष्य को हासिल करने के लिए देश में सभी प्रकार के खिलौनों के निर्माण के लिए मापदंडों और दिशा-निर्देशों को तैयार करने के लिए एक “राष्ट्रीय खिलौने नीति” की जरूरत है।
उल्लेखनीय है कि समय के साथ अब मैकेनिकल खिलौनों की जगह इलेक्ट्रॉनिक खिलौने उपभक्ताओं की पहली पसंद बन गए हैं। हालांकि, भारतीय खिलौने उद्योग में इलेक्ट्रॉनिक खिलौने बनाने के लिए आवश्यक बुनियादी ढ़ांचा है, लेकिन नई एवं उच्चतम तकनीक और विभिन्न प्रकार के डिजाइन के खिलौनें उपभोक्ताओं की पसंद बन गए हैं। इस लिहाज से खिलौना निर्माताओं के लिए एक राष्ट्रीय खिलौने नीति की जरूरत है, जिसके जरिए सरकार खिलौना निर्माताओं को सहयोग दे सके।
कैट ने गोयल से आग्रह किया है कि प्रधानमंत्री की अपेक्षाओं को पूरा करने के लिए भारतीय खिलौना क्षेत्र को मजबूत बनाने के लिए वरिष्ठ सरकारी अधिकारियों एवं खिलौना उद्योग के प्रतिनिधियों को साथ एक टास्क फोर्स का गठन किया जाए। वहीं, खिलौना निर्माताओं के लिए बीआईएस मानकों के अनुपालन की अंतिम तिथि बढ़ाने के लिए खंडेलवाल ने गोयल का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि 01 जनवरी, 2021 से बीआईएस मानकों के लागू होने पर खिलौनों एक बड़ी मात्रा में देशभर में खिलौना व्यापारियों के पास स्टॉक के रूप में होंगे। सरकार को इसे बेचने की अनुमित देने चाहिए।