अहमदाबाद। गुजरात में सरकार के तमाम प्रयासों के बाद भी संक्रमण के मामले बढ़ते जा रहे हैं। दूसरी ओर प्रवासी श्रमिक घर जाने की जिद पर सड़कों पर निकलकर कोरोना को दावत दे रहे हैं। सोमवार को भी प्रवासियों ने सड़क पर उतर कर गुजर रहे वाहनों पर पथराव किया। पुलिस ने उपद्रवी श्रमिकों को तितर-बितर करने के लिए आंसू गैस के गोले छोड़े। पुलिस ने कई श्रमिकों को हिरासत में लिया है। इसी बीच राज्य सरकार ने इन प्रवासियों को घर भिजवाने के लिये प्रयास तेज कर दिये हैं।
सोमवार की सुबह सौ डेढ़ सौ श्रमिक वस्त्रपुर-अहमदाबाद की सड़क पर एकत्र हो गये और अपने घर भिजवाने की मांग को लेकर हंगामा करने लगे। इसी बीच श्रमिक उग्र हो गये और सड़क पर निकलने वाले वाहनों पर पथराव करके क्षतिग्रस्त कर दिया। पुलिस ने प्रवासी मजदूरों को समझाने का प्रयास किया लेकिन वे नहीं माने। पुलिस ने लोगों को तितर-बितर करने के लिये आंसू गैस के गोले चलाकर स्थिति पर नियंत्रण किया। पुलिस ने मामला दर्ज कर कई लोगों को हिरासत में लिया है। पुलिस अधिकारियों ने प्रवासियों को समझाया कि गुजरात सरकार श्रमिकों और कामगारों को उनके घर भेजने के लगातार प्रयास कर रही है।
कोरोना महामारी को लेकर महाराष्ट्र के बाद गुजरात गंभीर परिस्थितियों से गुजर रहा है। संक्रमण और मौत के मामलों में गुजरात देश में दूसरे नंबर पर है। अब तक यहां कोरोना संक्रमण के 11380 मामले दर्ज किये जा चुके हैं। राज्य में अब तक 4499 लोग ठीक होकर विभिन्न अस्पतालों से डिस्चार्ज हो चुके हैं। अभी भी राज्य के 6222 लोगों का विभिन्न अस्पतालों में इलाज चल रहा है। अब तक राज्य में 659 लोगों की कोरोना संक्रमण से मौत हो चुकी है। राज्य में सबसे खराब स्थिति अहमदाबाद में देखने को मिल रही है। अहमदाबाद में सुपर स्पेडर्स की वजह से कोरोना का संक्रमण तेजी से बढ़ रहा है। केवल अहमदाबाद जिले में अब तक 8420 कोरोना संक्रमण के मामले दर्ज हो चुके हैं। इनमें से 524 लोगों की मौत हो चुकी है।
मुख्यमंत्री विजय रूपाणी ने लॉकडाउन की अवधि को 31 मई तक बढ़ा दिया है। कुछ शर्तों के परिवहन, पान-मसाला व अन्य दुकानें, नॉन कंटेनटमेंट जोन में ऑटो व बस परिवहन को हरी झंडी देने के संकेत दिए गए हैं। इसके लिए आज बैठक में गाइडलाइन जारी होने की संभावना है। साथ ही सरकार ने राज्य में खुले में थूकने व मास्क नहीं पहनने पर 200 रुपये का जुर्माना लगाने के निर्देश दिये हैं।