कोरोना: पिछले 24 घंटे में सामने आए 2293 नए मामले, डब्ल्यूएचओ ने भी दी वार्निंग

नई दिल्ली। तमाम सरकारी प्रयासों और लॉकडाउन के बाद भी कोरोना वायरस के मामलो में भारत में भी कमी देखने को नहीं मिल रही है। देश में कोरोना वायरस का संक्रमण लगातार तेजी से फैल रहा है और मरीजों की संख्या अब तक 37 हजार पार कर गई है। पिछले 24 घंटे में कोरोना वायरस के 2293 नए मामले सामने आए हैं, 71 लोगों की मौत हो गई है। शनिवार को जारी स्वास्थ्य मंत्रालय के आंकड़ों के मुताबिक, देशभर में कोरोना वायरस के मामले बढ़कर 37336 हो गए हैं और कोविड-19 से अब तक 1218 लोगों की मौत हो चुकी है। कोरोना के कुल 37336 केसों में 26167 एक्टिव केस हैं, वहीं 9951 लोगों को अस्पताल से छुट्टी मिल चुकी है। कोरोना वायरस से अब तक सर्वाधिक 485 लोगों की मौत महाराष्ट्र में हुई। यहां अब इस महामारी से पीड़ितों की संख्या 13870 हो गई है। तो चलिए जानते हैं टॉप 10 राज्य में क्या है कोरोना वायरस की स्थिति….

महाराष्ट्र:  कोरोना वायरस का सबसे ज्यादा कहर महाराष्ट्र में देखने को मिल रहा है। महाराष्ट्र में कोरोना वायरस के कुल 13870 पॉजिटिव केस मिल चुके हैं। कोरोना के इन कुल केसों में से 11506 केस एक्टिव हैं और 1879 लोग पूरी तरह से स्वस्थ हो चुके हैं या उन्हें छुट्टी दे दी गई है। इस राज्य में अब तक सबसे अधिक 485 लोगों की जान जा चुकी है।

दिल्ली: दिल्ली में भी कोरोना के संक्रमण का मामला बढ़ रहा है। राजधानी में कोरोना वायरस के अब तक 4966 मामलों में 3738 एक्टिव केस हैं। कोविड-19 महामारी से जहां 61 लोगों की मौत हो चुकी है, वहीं 1167 लोग पूरी तरह से स्वस्थ हो चुके हैं।

मध्य प्रदेश: मध्य प्रदेश भी कोरोना वायरस का आंकड़ा लगातार बढ़ता जा रहा है। यहां कोरोना वायरस के मामलों की संख्या बढ़कर 3388 हो गई है, जिनमें से 145 लोगों की मौत भी हो चुकी है। इसके अलावा, 524 लोग ठीक हो चुके हैं।

गुजरात: महाराष्ट्र के बाद सबसे ज्यादा गुजरात प्रभावित दिख रहा है। गुजरात में कोरोना वायरस के अब तक 5692 मामले सामने आ चुके हैं। गुजरात में कोरोना से 236 लोगों की मौत हो चुकी है और 735 लोग या तो स्वस्थ हो चुके हैं या फिर उन्हें अस्पताल से छुट्टी दे दी गई है।

तमिलनाडु: तमिलनाडु में भी कोरोना वायरस के मरीजों की संख्या 3866 हो गई है। इनमें से से 2526 केस एक्टिव हैं। यहां इस महामारी से 28 की मौत भी हो चुकी है और 1312 पूरी तरह से ठीक भी हो चुके हैं।

आंध्र प्रदेश: आंध्र प्रदेश में कोरोना वायरस के अब तक 1899 मामले सामने आए हैं, जिनमें से 403 लोगों का इलाज हो गया है और उन्हें अस्पताल से छुट्टी दे दी गई है। यहां 33 की मौत भी हुई है।

बिहार: कोरोना वायरस के बिहार में अब तक 572 मामले दर्ज किए गए हैं। हालांकि, बिहार में कोरोना वायरस से 3 लोगों की मौत हो चुकी है, वहीं 98 लोग ठीक हो चुके हैं।

उत्तर प्रदेश: यूपी में कोरोना वायरस के 3024 केस आ चुके हैं। हालांकि, इनमें से 654 लोग पूरी तरह से स्वस्थ हो चुके हैं और 42 लोगों की मौत हो चुकी है।

राजस्थान: यहां कोरोना वायरस के अब तक 3844 मामले सामने आ चुके हैं। 62 लोगों की मौत का मामला सामने आया है, वहीं 1116 लोग ठीक हो चुके हैं।

वहीं विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) की इमरजेंसी कमेटी ने कोविड-19 महामारी को लेकर नई सिफारिशें जारी की हैं। कमेटी की जेनेवा में 30 अप्रैल को मीटिंग हुई थी। डब्ल्यूएचओ के डायरेक्टर जनरल डॉ. टेड्रोस गेब्रयेसस ने घोषणा की है कि कोरोना महामारी पब्लिक हेल्थ इमरजेंसी के रूप में वैश्विक चिंता का कारण बनी रहेगी। इससे अभी जल्दी छुटकारा मिलना संभव नहीं है। डॉ. टेड्रोस ने संगठन पर लगे आरोपों पर सफाई देते हुए कहा कि हमने 30 जनवरी को सही समय पर अंतरराष्ट्रीय स्वास्थ्य आपातकाल घोषित करके महामारी से निपटने के लिए पर्याप्त समय दिया था। डब्ल्यूएचओ की तरफ से जारी 10 सिफारिशें दुनियाभर की सरकारों और संबंधित स्टेकहोल्डर्स के लिए हैं। सरकारों से कहा गया है कि वे डब्ल्यूएचओ को उसकी गतिविधियों में मदद और बढ़ाएं।

सिफारिशों की 10 प्रमुख बातें

  • संगठन को चाहिए कि वह सभी देशों, संयुक्त राष्ट्र और अन्य संस्थाओं के सहयोग से COVID-19 महामारी के लिए समन्वय करना जारी रखे।
  • संकट में फंसे और कमजोर देशों के साथ काम करें, क्योंकि उन्हें अतिरिक्त तकनीकी, लॉजिस्टिक और कमोडिटी सहायता की जरूरत होती है।
  • देशों, भागीदारों के अनुभवों और डब्ल्यूएचओ मिशनों से सीखे सबक को एक साथ लाने के लिए सिस्टम बनाएं। सबसे बढ़िया प्रैक्टिस और अपडेटेड सिफारिशों को साझा करें।
  • महामारी की वैज्ञानिक स्थितियों को ध्यान में रखते हुए, सार्वजनिक स्वास्थ्य उपायों को अमल में लाने के बारे में देशों का और ज्यादा मार्गदर्शन करें।
  • चिकित्सा उपायों और वैक्सीन के लिए क्लीनिकल परीक्षणों के लिए निम्न और मध्यम आय वाले देशों समेत सभी इच्छुक देशों को शामिल करने को बढ़ावा दें।
  • आवश्यक व्यक्तिगत सुरक्षा उपकरण, डायग्नॉस्टिक्स और बायोमेडिकल उपकरण तक समान पहुंच के लिए सभी भागीदारों के साथ आगे बढ़ना जारी रखें।
  • महामारी विज्ञान, प्रयोगशाला, वैक्सीन, क्लीनिकल ​​केयर, संक्रमण को काबू करने के लिए ऑपरेशनल रिसर्च, मॉडलिंग और अन्य तकनीकी सहायता के लिए विशेषज्ञों के वैश्विक नेटवर्क का समन्वय करना जारी रखें।
  • इस वायरस के नए क्षेत्रों में बढ़ते संक्रमण की निगरानी के लिए स्पष्ट उपयोगी और जरूरी इंडिकेटर्स प्रदान करें।
  • COVID-19 महामारी के फैलने, संक्रमण को कम करने और जीवन को बचाने  के बारे में स्पष्ट संदेश, मार्गदर्शन और सलाह देना नियमित रूप से जारी रखें।
  • महामारी के प्रति रिस्पॉन्स, मानवीय राहत, लोगों की आवाजाही (प्रत्यावर्तन) और कार्गो ऑपरेशन में जरूरी यात्राओं के लिए देशों और भागीदारों के साथ काम करना जारी रखें।

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here